सूरजपुर:  रोहित व्यास कलेक्टर एवं अध्यक्ष, जिला जल एवं स्वच्छता मिशन सूरजपुर के अध्यक्षता में आज जल जीवन मिशन के कार्यों की गहन समीक्षा की गई। इस दौरान उन्होंने जिले के विभिन्न क्षेत्रो में मिशन के कार्यों में प्रगति जलागार निर्माण ,पाइप लाईन की प्रगति तथा जल आपूर्ति की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। मिशन अंतर्गत कार्यप्रगति के असंतोषजनक स्थिति को देखते हुए सभी जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश कलेक्टर द्वारा दिए गए हैं। साथ ही नाराज़गी व्यक्त करते हुए उन्होंने जिन क्षेत्रों में काम शुरू नही हुआ या काम की गुणवत्ता ठीक न है या काम पूरा नहीं किया है ऐसे सभी निर्माण एजेंसियों को ब्लैकलिस्ट करने का निर्देश भी पीएचई विभाग के अधिकारियो को दिया है। इस दौरान लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग सूरजपुर के कार्यपालन अभियंता, सहायक अभियंता, उप अभियंता, समस्त निर्माण एजेंसी आई. एस. ए. जिला समन्वयक, एन.जी.ओ. के टीम लीडर, क्रेडा विभाग से जिला प्रभारी अधिकारी, क्रेडा निर्माण एजेंसी से एस.आई उपस्थित रहें।
कलेक्टर श्री व्यास ने समीक्षा के दौरान प्रत्येक ग्रामों में कार्यरत निर्माण एजेंसी से सीधें चर्चा के माध्यम से जानकारी प्राप्त की। इस दौरान समस्त अप्रारंभ कार्यों को आगामी 07 दिवस में प्रारंभ करने के निर्देश दिये गये। यदि इस 07 दिवस की अवधि में जो निर्माण एजेंसी कार्य प्रारंभ नहीं करते हैं, तो उनके अनुबंधों को तत्काल समाप्त करते हुए ब्लैकलिस्ट किए जाने के निर्देश कलेक्टर द्वारा दिये गये हैं।

गौरतलब है कि जिले में कुल 87 उच्च स्तरीय जलागार निर्माण कार्य अभी तक प्रारंभ नहीं हुये है। इन निर्माण एजेंसियंा में एक्वाग्रांट वाटर प्यूरीफायर के 14, कलवंत गोयल के 13, गणेश बिल्डकॉन के 06, पी. आर. कन्स्ट्रक्शन के 05 तथा प्रकाश कुमार अग्रवालदृ के 07 निर्माण कार्य शामिल हैं। निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं किए जाने पर उक्त एजेंसियों समेत सभी अन्य एजेंसियों पर कार्यवाही की जायेगी। इसी तरह क्रेडा विभाग के निर्माण एजेंसियों के द्वारा सोलर पावर पंप एवं टंकी स्थापित किया जाना है। जिसमें में. आर. बी. पी. के 57, आरवेज के 41, मीरा एवं सीको के 56 सहित अन्य के काम मिलाकर जिले में कुल 240 सोलर आधारित पंप स्थापना एवं टंकी निर्माण कार्य शेष है ।

इसके अलावा जिलें में सतहीय स्त्रोत आधारित कुल 11 समूह जल प्रदाय योजना प्रगतिरत है। इन समूहों के अंतर्गत कुल 413 ग्रामों में पेयजल प्रदाय प्रस्तावित है। जिसको आगामी मार्च-2025 तक पूर्ण करने के निर्देश सभी निर्माण एजेंसियों को दिये गये। इस मिशन के तहत 11 एन.जी.ओ. भी कार्यरत हैं। जिसमें से 05 एन.जी.ओ. के द्वारा कार्य मानक अनुसार नहीं किये जा रहें है। जिनको कार्य करने के निर्देश दिये गये हैं। कार्य नहीं करने की स्थिति में इनके भी अनुबंध निरस्त करने की कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये है ।

कार्यपालन अभियंता से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के 130 ग्रामों में स्थापित टंकी एवं सोलर टंकी से जल प्रदाय किया जा रहा है। जहां कार्य पूर्ण कर लिया गया है वहां ग्राम पंचायतों को चरणबद्ध रूप में हस्तांतरित करने तथा मासिक जलकर सरपंचों एवं सचिवों के द्वारा अनिवार्य रूप से वसूली करने के निर्देश दिये गये है ताकि नलों में पेयजल आपूर्ति सुचारू रूप में हो सके। साथ ही संबंधित ग्राम पंचायतों के द्वारा बिजली बिल, पंप आपरेटर तथा अन्य संधारण कार्य किया जा सके।

इसके अलावा कलेक्टर श्री व्यास के द्वारा यह भी निर्देशित किया गया है कि यदि ग्राम पंचायतों के द्वारा मासिक जलकर वसूली नहीं की जाती है ऐसी  स्थिति में विधि सम्मत कार्यवाही की जायेगी। जलजीवन मिशन की प्रगति के लिए कलेक्टर श्री व्यास ने प्रत्येक सप्ताह समय-सीमा के बैठक में प्रगति की जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देश दिये साथ ही प्रत्येक माह जल जीवन मिशन की विस्तृत समीक्षा करने के निर्देश भी दिए हैं।


इस अवसर पर कलेक्टर ने उपस्थित संबंधित सभी अधिकारियों को जल जीवन मिशन के अंतर्गत चल रहे कार्य की मॉनिटरिंग फील्ड में जाकर करने के निर्देश भी दिए ताकि चल रहे कार्यों की गुणवत्ता का वास्तविक रूप में एवं नियमित परीक्षण किया जा सके। साथ ही उन्होंने ठेकेदारों को कहा कि मिशन अंतर्गत किए जा रहे निर्माण कार्यों में भूमि विवाद या अन्य किसी प्रकार की समस्या आने पर आवश्यक रूप से जिला प्रशासन को सूचित करें।

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