बलरामपुर: शासकीय महाविद्यालय बलरामपुर में आंतरिक गुणवत्ता आशवासन प्रकोष्ठ की बैठक प्राचार्य प्रो. एन. के. देवांगन के अध्यक्षता में आयोजित की गई। आई.क्यू.ए.सी. समिति के संयोजक डॉ. यू. के. पाण्डेय ने बैठक का एजेण्डा प्रस्तुत किया। समिति के पूर्व कार्यों की समीक्षा व महाविद्यालय के नैक मूल्यांकन पर संतोष व्यक्त किया और आगामी नैक मूल्यांकन चक्र के लिए तैयारी प्रारंभ करने तथा महाविद्यालय के विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास व कौषल वृद्धि एवं रोजगारपरक शिक्षा देने के लक्ष्य से वैल्यू एडेड कोर्स (व्ही.ए.सी.) प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया। साथ ही छात्रों की आवष्यकताओं, रोजगारपरक, सामाजिक हित एवं सामुदायिक विकास व पाठ्यक्रम की रूपरेखा एवं उसके क्रियान्वयन के विविध पक्षों पर विचार हेतु डॉ. एस. एन. साहू के संयोजकत्व एवं डॉ. यू. के. पाण्डेय व डॉ. अर्चना गुप्ता की सदस्यता में 03 समिति गठित करने का सुझाव प्राचार्य को दिया गया। समिति के सुझाव पर वैल्यू एडेड कोर्स (व्ही.ए.सी.) को तत्काल प्रारंभ किये जाने व महाविद्यालय के सभी संकायों मेें स्नातकोत्तर कक्षाओं के नये प्रस्ताव भेजने का निर्णय लिया गया। साथ ही राजनीति, समाजषास्त्र, इतिहास, अंग्रेजी, वाणिज्य, प्राणीषास्त्र, वनस्पतिषास्त्र, गणित, भौतिकषास्त्र, कम्प्यूटर विज्ञान में स्नातकोत्तर कक्षायें एवं भूगोल, अर्थषास्त्र व बायोटेक्नॉलॉजी में स्नातक कक्षायें प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया। इसके लिए शासन को मांगपत्र को भेजा जायेगा। छात्रों के सुझाव पर कला में राजनीति एवं विज्ञान में वनस्पतिषास्त्र प्राथमिकता में रहेंगे। डीसीए एवं पीजीडीसीए जैसे व्यावसायिक पाठ्यक्रम प्रारंभ करने का निर्णय भी लिया गया तथा इसकी स्वीकृति के लिए शासन को पत्र भेजा जायेगा। महाविद्यालय के डॉ. अर्चना गुप्ता को राजनीति एवं डॉ. एस. एन. साहू को रसायन में विष्वविद्यालय द्वारा शोध निर्देषक मान्य होने पर हर्ष व्यक्त किया गया। रसायनषास्त्र विभाग को विश्वविद्यालय द्वारा शोध केन्द्र बनाये जाने के लिए विश्वविद्यालय से शीघ्र पत्राचार किया जायेगा। नैक पीयर टीम के सुझाव के आधार पर भौतिकी की प्रयोगषाला के उन्नयन व इसके लिए आवष्यक फंड हेतु शासन से पत्राचार किया जायेगा। महाविद्यालय की समस्त गतिविधियां शासन व अकादमिक कैलेण्डर के अनुरूप निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण करने तथा फरवरी में अर्द्धवार्षिक एवं अप्रैल में प्री युनीवर्सिटी एक्जाम आयोजित कराने व वार्षिक खेल-कूद एवं सांस्कृतिक स्पर्धाएं, अर्द्धवार्षिक परीक्षा के बाद संपन्न करने का निर्णय लिया गया। वर्तमान में कोविड के नये वैरियंट ओमिक्रॉन के संक्रमण से बचाव हेतु विद्यार्थियों को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जाये। विस्तार गतिविधियों को बढ़ाने प्रति शनिवार बौद्धिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होगी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम हेतु वेष-भूषा क्रय करने हेतु जनभागीदारी समिति के समक्ष प्रस्ताव रखा जायेगा। एनसीसी व एनएसएस की गतिविधियां नियमित आयोजित करने का निर्णय लिया व महाविद्यालय के विभिन्न प्रकोष्ठ, समिति, सेल की बैठक नियमित आयोजित करने एवं कार्यवाही विवरण संधारित तथा आधारभूत संरचना के विकास हेतु अतिरिक्त कक्ष निर्माण एवं शैक्षणिक व अषैक्षणिक स्टॉफ के लिए क्वार्टर हेतु शासन को प्रस्ताव भेजा जायेगा। शोध गतिविधियों को बढ़ाने के लिए शोध प्रकोष्ठ का गठन किया जायेगा। नैक की गाईड लाईन के अनुरूप महाविद्यालय का आई. क्यू. ए. आर. नियमित रूप से भरा जायेगा। ताकि आगामी चक्र के नैक मूल्यांकन सुनोजित तरीके से हो सके। नैक प्रभारी समय-सीमा में महाविद्यालय का आई.क्यू.ए.आर. जमा करेंगे। महाविद्यालय के शैक्षणिक, अषैक्षणिक सदस्यों व विद्यार्थियों के दक्षता के लिए वर्कषॉप, सेमीनार, प्रषिक्षण नियमित तौर पर आयोजित होंगे। स्नातकोत्तर कक्षाओं में हिन्दी साहित्य परिषद् एवं रसायन विज्ञान परिषद् के गठन का निर्णय लिया गया। महाविद्यालय की सर्वांगीण विकास के लिए प्रदेष के महाविद्यालयों एवं विष्वविद्यालयों से एम.ओ.यू. किया जायेगा।बैठक में भगवतीचरण बैरागी, निरूपम सिंह, डॉ. अर्चना गुप्ता, डॉ. एस. एन. साहू, शैलेष कन्नौजिया, लक्ष्मीदास मानिकपुरी, दीप्ति हालदार, रूपा प्रजापति, सूरज राय, हेमंत सिंह एवं निकिता गुप्ता उपस्थित रहे।