अंबिकापुर: एक नवंबर से धान खरीदी के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। सरगुजा जिले में 40 धान उपार्जन केन्द्र हैं। सभी केन्द्रों में शासन द्वारा जारी चेकलिस्ट के अनुसार समस्त तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। आरंभिक तैयारी के रूप में सभी केन्द्रों में पर्याप्त संख्या में कांटाबांट, स्टेन्सिल एवं आर्द्रतामापी यंत्र उपलब्ध है। सभी यंत्रों के सत्यापन व केलिब्रेशन की कार्यवाही हो चुकी है। विगत वर्षों में कोविड के कारण बारदाना आपूर्ति में समस्या थी। इस वर्ष जिले 2,20,000 मीट्रिक टन धान खरीदी का अनुमान है। जिसके लिए 11,000 गठान बारदाना की आवश्यकता होगी। जिले में 8,920 गठान बारदाना की व्यवस्था कर ली गई है। शेष 2080 गठान बारदानों की व्यवस्था निर्बाध रूप से हो जायेगी। इस प्रकार जिले में धान खरीदी के लिए बारदाना का अभाव नहीं होगा। खरीदी पूर्व सभी उपार्जन केन्द्रों में आगामी 15 दिवस के लिए बारदाना उपलब्ध करा दिया गया है। सभी समितियों में कम्प्यूटरीकृत व्यवस्था से ही धान खरीदी की जायेगी। इसके लिए सभी समितियों में धान खरीदी सॉफ्टवेयर का ट्रायल रन कर लिया गया है। छोटे कृषकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उनको प्राथमिकता से टोकन जारी करने के निर्देश दिये गये है। समितियों में जाम की स्थिति से बचने के लिये धान खरीदी के प्रारंभ से ही धान का उठाव के लिये मिल पंजीयन व परिवहनकर्ता से निविदा की कार्यवाही की जा रही है। कस्टम मिलिंग चावल जमा कराने के लिए 25,000 मीट्रिक टन का रिक्त स्थान पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। धान बिक्री करते समय कृषकों को सुखद अनुभूति हो इसके लिये सभी समितियों में पर्याप्त छाया व पानी की व्यवस्था कराई गई है। अवैध धान आवक पर सतत निगरानी हेतु तहसीलदारों की अध्यक्षता में उड़नदस्ता दल का गठन किया गया है। कृषकों के समस्या व शिकायतों के त्वरित निदान हेतु निःशुल्क कॉल सेंटर नंबर 1800-233-3663 जारी किये गये है। कृषक अपनी समस्या व शिकायतों के निदान हेतु डॉयल 112 में भी शिकायत दर्ज करा सकते है।