सूरजपुर: जिला पंचायत सीईओ लीना कोसम ने आज जिला पंचायत सभाकक्ष में आजीविका संवर्धन से जुड़े विभाग की बैठक ली। बैठक में उन्होंने जिले में संचालित आजीविका संवर्धन से संबंधित विभागीय कार्याे की अद्यतन प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने ग्रामीण औद्योगिक पार्क रीपा(रूरल इंडस्ट्रियल पार्क) के तहत बनाए जा रहे मॉडल गोठानों की जानकारी लेते हुए गोठानों के लिए प्राप्त मशीनों के संचालन के लिए समूह को ट्रेनिंग देने के कार्य को अतिशीघ्र पूर्ण कर प्रोडक्शन प्रारंभ करने के निर्देश दिए।
सीईओ ने कहा कि गोठानों में कार्यरत सक्रिय महिला समूह को लाभांश प्राप्त हो रहा है, सुनिश्चित करें। उन्होंने समूह के सदस्यों के आय में वृद्धि के लिए गतिविधियों की नियमित मॉनिटरिंग के साथ व्यावसायिक लिंकेज पर कार्य करने के निर्देश दिए जिससे अधिक से अधिक महिला स्व सहायता समूहों को स्वावलंबी बनाया जा सके। बैठक में सीईओ ने जिले के विभिन्न ब्लाकों में रीपा के तहत निर्मित मॉडल गोठानों की अद्यतन प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सभी गोठानों में प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित की जा रही है। जिसके लिए समूहों की ट्रेनिग का कार्य एवं शेष बचे मॉडल गोठानों में विद्युत प्रबंध के कार्याे को अतिशीघ्र पूर्ण करें। उन्होंने गोठानों में किए जा रहे आयमूलक गतिविधियों के साथ ही समूह की आय और लाभांश की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने कहा कि गतिविधियों व्यवसायिक लिंकेज पर कार्य किया जाए जिससे समूहों के लाभांश में वृद्धि होगी। जनपद सीईओ को निर्देशित करते हुए कहा कि रीपा गोठानों में निर्मित सामग्रियों की ब्रिकी एवं लिंकेज के संबंध में निरंतर बैठक ले एवं गोठानों का निरीक्षण करें।
सीईओ सुश्री कोसम ने वर्मी कम्पोस्ट निर्माण के अलावा अन्य गोठानों में प्रोसेसिंग यूनिट कितनों गोठानों में उपलब्ध है उनका लिस्ट बनाया जाए। इसके साथ ही इन गोठानों में पानी, बिजली, मुर्गी शेड, मशीन जैसे अतिरिक्त आवश्यकता की मांग आती है, तो अतिशीघ्र पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि गोठानों में निर्मित सामग्री की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखे एवं समूह का लिंकेज आंगनबाड़ी, स्कूल एवं छात्रावास में किया जाए। जिससे ये संस्थान आवश्यक वस्तुओं की खरीदी संबंधित समूह से करेंगे। ग्राम पंचायतों में गोठान के लिए पर्याप्त भूमि उपलब्ध नहीं है, वहां टांके निर्माण कर गोबर खरीदी के साथ गोधन न्याय योजना प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने फारेस्ट गोठानों की भी समीक्षा की। उन्होंने एसडीओ फारेस्ट को फारेस्ट गोठानों में गोधन न्याय योजना शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी गोठानों की पंजियों का संधारण करने के भी निर्देश दिए।
सी-मार्ट में अधिक मांग वाली सामग्रियों का बढ़ाये उत्पादन
सीईओ सुश्री कोसम ने सी-मार्ट के संचालन की जानकारी ली। कहा कि सी-मार्ट में अधिक मांग वाली सामग्रियों को मांग अनुसार प्राथमिकता से रखा जाए साथ ही ब्लाकों से निर्मित सामग्री को समय से सी-मार्ट को उपलब्ध करवायें। उन्होंने उप संचालक कृषि को स्वावलंबी गोठानों की लिस्ट बनाने के निर्देश दिए, ताकि आर्थिक रूप से बेहतर गोठानों को स्वावलंबी गोठान घोषित किया जा सके। उन्होंने इस वर्ष गोठानों को प्रदान कि जाने वाली राशि की कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए।
उद्यानिकी विभाग को मुनगा प्रोसेसिंग के कार्य को प्रारंभ करने के लिए निर्देश दिए। पशुपालन विभाग को सभी मॉडल गोठानों में मुर्गी शेड निर्माण का कार्य अतिशीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। मछली पालन विभाग की कार्याे की समीक्षा की। उन्होंने विभागीय अधिकारी को निर्देश दिया कि गोठानों के अन्तर्गत मछली पालन के लिए व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए। इस अवसर पर सर्व जनपद पंचायत सीईओ, उप संचालक पशुपालन, उप संचालक कृषि, सहायक संचालक जिला पंचायत, डीपीएम, मनरेगा एपीओ, विकासखंड कार्यक्रम अधिकारी, सहित संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।