सूरजपुर: आगामी विधानसभा आम निर्वाचन 2023 की तैयारियों को दृष्टिगत रखते हुए जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आज नोडल व सहायक नोडल अधिकारियों की बैठक संपादित हुई जिसमें संबंधितों के बीच में कार्य विभाजन किया गया। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने उपस्थित सभी अधिकारियों को आचार संहिता लगने से पहले अपनी सारी तैयारियां सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया। कलेक्टर ने सभी संबंधित अधिकारियों को विशेष रूप से मतदान से संबंधित स्थलों का भौतिक निरीक्षण के लिए कहा ताकि वस्तु स्थिति का उचित सत्यापन किया जा सके। उन्होंने मतदान केंद्र और स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के पहलुओं पर भी बात की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
इस बार दिव्यांग और 80 प्लस के वरिष्ठजन यदि मतदान केंद्र आने में असमर्थ है तो उनके लिए चुनाव आयोग के निर्देशानुसार मतदान के लिए घर पहुंच सेवा उपलब्ध कराई जाती है। इस पर कलेक्टर ने उपस्थित संबंधित अधिकारियों को उनकी अलग सूची सुनिश्चित करने की बात कही ताकि इन्हें उनकी सुविधा के अनुरूप सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। इसके साथ ही मतदान केंद्र में आने वाले दिव्यांगों और वरिष्ठ जनों को कलेक्टर ने प्राथमिकता देने की बात भी कही। उन्होंने स्पष्ट किया कि वरिष्ठ जनों और दिव्यांगों के लिए मतदान केंद्र स्थल पर व्हीलचेयर होना सभी संबंधित अधिकारी सुनिश्चित करें। इसके साथ ही उन्हें लंबी कतारों का सामना ना करना पड़े इसके लिए उन्हें चिन्हित कर उन्हें प्राथमिकता दें।
निर्वाचन में ड्यूटी लगने वाले अधिकारी एवं कर्मचारियों की ट्रेनिंग, जिले स्तर पर ही कराई जाएगी ऐसा कलेक्टर द्वारा बताया गया। जिसके लिए उन्होंने शहरी क्षेत्र के बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर वाले स्कूल व कॉलेज को चिन्हित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। ताकि पर्याप्त व्यवस्था के साथ अधिकारियों एवं कर्मचारियों को एक बेहतर ट्रेनिंग दी जा सके।
कलेक्टर ने आरटीओ विभाग के संबंधित अधिकारी को चुनाव को मद्देनजर रखते हुए गाड़ियों की पर्याप्त व्यवस्था के लिए निर्देशित किया। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि निर्वाचन में लगाई जा रही गाड़ियों का अनुपात ऐसा हो जिससे कि दैनिक रूप से यातायात करने वाले आम जन को किसी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े। उन्होंने पानी की व्यवस्था के लिए इस बार सिंटेक्स टंकी की व्यवस्था करने के लिए संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया, ताकि एकत्रित होने वाली भीड़ को पेयजल की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में कराई जा सके। इसके साथ ही उन्होंने प्रत्येक मतदान केंद्र में अग्निशमन हो इस बात का भी ध्यान रखने की बात कही।
कलेक्टर ने बैठक के अंतिम चरण में डाटा एंट्री पर विशेष रूप से जोर दिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कंप्यूटर के बेसिक नॉलेज रखने वाले लोगों को टीम का हिस्सा बनाने के लिए कहा ताकि सही और प्रमाणिक डाटा का संग्रहण किया जा सके। इसके साथ ही किसी अधिकारी व कर्मचारी की एक ही समय पर मल्टीपल ड्यूटी का कार्यभार न दिया जाए। इसके लिए उन्होंने ड्यूटी लगाने वाले संबंधित अधिकारियों को सही तरीके से क्रॉस चेकिंग के लिए निर्देशित किया ताकि निर्वाचन कार्य को सफलतापूर्वक संपादित किया जा सके।
इस दौरान स्वीप नोडल एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत लीना कोसम, उप जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. प्रियंका वर्मा, संयुक्त कलेक्टर नरेन्द्र पैकरा, डिप्टी कलेक्टर नन्दजी पाण्डेय तथा अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।