रायपुर: स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कोविड महामारी से बचाव के लिए ‘सुरक्षित गुरूवार‘ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने अपने उद्बोधन में कहा कि ‘सुरक्षित गुरुवार‘ की अवधारणा ना सिर्फ बच्चों को सुरक्षित रखेगा अपितु स्कूल के व्यवस्थित संचालन में यह मील का पत्थर साबित होगा। भविष्य में ऐसी महामारियों के लिए यह कार्यक्रम जागरूकता हेतु उत्कृष्ट प्रयास है। मुझे विश्वास है छत्तीसगढ़ की शिक्षा पूर्ण रूप से कोरोना से सुरक्षित रहेगा।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. टेकाम ने कहा कि इस शताब्दी की सबसे बड़ी महामारी कोरोनाकाल में स्कूल बंद हुए और बच्चे घरों में कैद हो गए। बच्चों के लिए यह अत्यंत कठिन दौर था। इन परिस्थितियों में बच्चों के द्वारा सुरक्षित व्यवहार के माध्यम से अपने आपको तथा परिवार को प्रत्येक बच्चे को सुरक्षित कैसे रखें। इसको ध्यान में रखकर सुरक्षित गुरुवार की अवधारणा को प्रारंभ किया गया है। सुरक्षित गुरुवार में प्रत्येक गुरुवार को आधा घंटा महामारी से बचाव के तरीके एवं सुरक्षित व्यवहार को लेकर शालाओं में कार्य किया जाएगा, पाठ को लेकर वीडियो का भी निर्माण किया गया है। इसके साथ ही ‘सुरक्षित गुरुवार‘ किताब में क्यूआर कोड डाला गया है, जिससे आसानी से पूरी प्रक्रिया शिक्षक और बच्चे समझ सके।
उल्लेखनीय है कि कोविड महामारी ने कई क्षेत्रों में अपना प्रभाव डाला, शिक्षा के क्षेत्र में भी बड़ी हानि हुई है। वर्तमान में सरकार ने सभी स्कूल खोल दिए हैं तो यह जरूरी है कि कोविड अनुरूप व्यवहारों को मजबूत किया जाए। इसी प्रयास को ‘सुरक्षित गुरुवार‘ साकार करने का एक सशक्त माध्यम है। जिसे शिक्षा विभाग ने यूनिसेफ के सहयोग से तैयार किया है। ‘सुरक्षित गुरुवार‘ गतिविधियों पर आधारित 17 सप्ताह का एक कार्यक्रम है, जिसे कक्षा 1-5 तथा कक्षा 6-12 के लिए अलग-अलग बनाया गया है। इसमे प्रत्येक गुरुवार को 15-20 मिनट तक सभी शालाओं में कोविड संबंधित विभिन्न विषयों जैसे हाथ धुलाई, मास्क का सही उपयोग, टीकाकरण आदि पर गतिविधियाँ होंगी। शिक्षकों की सुविधा के लिए इसको वीडियो फॉर्म में भी बनाया गया है, जिससे सभी शालाओं में ये गतिविधियाँ एक समान संचालित हो।
गौरतलब है कि स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. टेकाम द्वारा बिहार राज्य में शाला सुरक्षा संबंधी कार्यक्रम का अवलोकन कर राज्य में भी बच्चों की सुरक्षा से संबंधी कार्यों को आगे बढाए जाने के निर्देश दिए हैं। जिसके परिपालन में शाला सुरक्षा से संबंधित विभिन्न कार्य, प्रचार-प्रसार हेतु पोस्टर्स एवं इस सत्र में कोरोना से बचाव को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित गुरूवार संबंधी कार्यक्रम प्रारंभ किए जाने की घोषणा कर ‘सुरक्षित गुरूवार‘ से संबंधित सामग्री का विमोचन किया।
इस अवसर पर सचिव स्कूल शिक्षा डॉ. एस. भारतीदासन, प्रबंध संचालक समग्र शिक्षा नरेंद्र दुग्गा, यूनिसेफ के राष्ट्रीय एजुकेशन चीफ टेरी डूरियन, लर्निंग लेंग्वेज फाउंडेशन के फाउंडर धीर झींगरन, यूनीसेफ चीफ छत्तीसगढ़ जॉब जकेरिया, विशाल वासवानी इमरजेंसी ऑफिसर, सहित बड़ी संख्या में शिक्षक एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।