अम्बिकापुर: दरिमा तहसील के ग्राम सखौली में नवीन धान खरीदी केंद्र शुरू हो जाने से आस-पास के करीब 7 गांव के किसानों को समर्थन मूल्य में धान बेचने में सुविधा मिल रही है। पहले यहां के किसान करजी उपार्जन केंद्र जाते थे। अब नजदीक में उपार्जन केंद्र होने से धान बेचने जाने में समय और वाहन भाड़ा कम लग रहा है वही किसानों की संख्या कम होने से जल्दी धान बेच पा रहे हैं। इस प्रकार नया धान खरीदी केंद्र बनने से किसानों का समय और धन दोनों की बचत हो रही है।
रतजगा से मिली मुक्ति- सखौली उपार्जन केन्द्र में धान बेचने आए ग्राम बरकेला के किसान घासी राम बताते है कि करजी धान खरीदी केंद्र में धान बेचने में बहुत परेशानी होती थी। धान बेचने में इतना समय लगता था कि उपार्जन केंद्र में ही रात बितानी पड़ती थी वह भी धान की रखवाली के लिए रातभर जागकर। अब सखौली में केंद्र बन जाने से रतजगा की समस्या से मुक्ति मिल गई है। उन्होंने बताया कि 31 क्विंटल धान बेचा है। बरकेला के ही किसान श्री अशोक तिवारी ने बताया कि उन्होंने 40 क्विंटल धान बेचा है और उपार्जन केंद्र की सुविधा से संतुष्ट हैं। उन्होंने बताया कि उपार्जन केंद्र की दूरी तो कम होने से सुविधा मिला है। जिला सहकारी बैंक का इस क्षेत्र में शाखा नहीं होने के कारण अम्बिकापुर जाना पड़ता है। बैक शाखा होता तो और अच्छा होता। सखौली उपार्जन केंद्र अंतर्गत 373 किसानों ने समर्थन मूल्य में धान बेचने पंजीयन कराया है। 11 दिसम्बर तक 21 किसानों के द्वारा 75 मीट्रिक टन धान बेचा गया है।