Gold Price Today : 3 हफ्ते तक कंसोलिडेट रहने के बाद बीते हफ्ते सोने की कीमतों में इजाफा देखने को मिला। सोने ने वैश्विक हाजिर बाजार में 2,583 डॉलर प्रति औंस का नया उच्चतम स्तर छू लिया। वहीं, कॉमेक्स पर सोने का भाव शुक्रवार को 2,611.60 डॉलर प्रति औंस के नये उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। इस तरह साल 2024 में अब तक सोने की कीमतों में करीब 26 फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है। इस तरह सोने ने रिटर्न के मामले में भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांकों निफ्टी-50, सेंसेक्स और बैंक निफ्टी को पीछे छोड़ दिया है।
सोने ने शेयर बाजार से काफी ज्यादा रिटर्न दिया
इस साल सोने की वैश्विक कीमतें $2,060 से $2,600 प्रति औंस तक पहुंच गईं। यह 26 फीसदी का उछाल है। जबकि निफ्टी-50 सूचकांक ने इस साल अब तक करीब 16.60 प्रतिशत की वृद्धि ही दर्ज की है। कमोडिटी मार्केट के विशेषज्ञों के अनुसार इस समय सोने की कीमतें बढ़ने का तात्कालिक कारण अमेरिकी फेड दर में कटौती की संभावना है, जो अमेरिकी डॉलर की दरों पर दबाव डालती है। हालांकि, भूराजनीतिक तनाव, मुद्रास्फीति की चिंताएं और बाजार की अनिश्चितता प्रमुख ट्रिगर्स में से हैं, जिन्होंने 2024 में पीली धातु को अपट्रेंड बनाए रखने में मदद की है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, सोने की कीमतें तेजी से बढ़ने की उम्मीद है और जल्द ही $2,640 और $2,660 प्रति औंस तक पहुंच जाएंगी।
सोने-चांदी के घरेलू भाव
घरेलू कीमतों की बात करें, तो एमसीएक्स एक्सचेंज पर शुक्रवार को 4 अक्टूबर 2024 की डिलीवरी वाला सोना 5 रुपये गिरकर 73,510 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। वहीं, 5 दिसंबर 2024 की डिलीवरी वाली चांदी शुक्रवार को 64 रुपये की बढ़त लेकर 89,244 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
क्यों बढ़ रहे सोने के भाव?
फेड द्वारा ब्याज दर में कटौती की उम्मीद से डॉलर कमजोर हो रहा है, जिससे सोने के दाम बढ़ रहे हैं।
दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों ने हाल ही में अपनी सोने की खरीद में उल्लेखनीय वृद्धि की है, इससे दाम बढ़ रहे हैं।
टेक्निकल चार्ट्स पर भी सोने ने तेजी के संकेत दिये हैं।
यूक्रेन, मध्य पूर्व और अमेरिका-चीन संबंधों जैसे भू-राजनीतिक तनाव ने सोने में निवेशकों का आकर्षण बनाए रखा है।