रायपुर: तेज वर्षा से छत्तीसगढ़ के नदी-नालों में उफान की स्थिति बन गई है। रविवार को भिलाई में उफनती शिवनाथ नदी में पैर फिसलने से 14 वर्षीय किशोर बह गया। उसकी तलाश जारी है। बीते तीन दिनों में छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों में पानी के तेज बहाव में चार लोग बह चुके हैं। इनमें सीआरपीएफ का एक जवान भी शामिल है। बीजापुर में भोपालपटनम ब्लाक में बंडा नाले में पीडीएस के चावल से भरा ट्रक बह गया है। अंबिकापुर में गाज गिरने से सात बकरा-बकरियों की मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक नयापारा दुर्ग निवासी तुषार साहू (14) अपने तीन दोस्तों के साथ रविवार की सुबह शिवनाथ नदी तट पर पहुंचा था। करीब साढ़े नौ बजे चारों बच्चे भिलाई में महमरा एनीकट पार कर रहे थे। इस दौरान तुषार का पैर फिसल गया और वो नदी में बह गया। एसडीआरएफ के जवानों ने तलाश शुरू की है। तुषार तीन भाई-बहनों में सबसे छोटा था। उसके पिता ओडिशा में मजदूरी का काम करते हैं। मां घरेलू का करती है। उधर, बीजापुर जिले में 200 क्विंटल चावल, शक्कर सहित अन्य सामग्री से भरा ट्रक मनीष ट्रांसपोर्ट बीजापुर का बताया जा रहा है।
एसडीएम भोपालपटनम नारायण दवेले व उसूर तहसीलदार यशवंत नाग बीजापुर के खाद्य अधिकारी गणेश कुर्रे को जानकारी मिलने पर घटनास्थल पहुंच कर निरीक्षण किया। वहीं कांकेर के चारामा में 18 घंटे बाद नैनी नदी में बहे युवक का शव मिल गया।
राजनांदगांव जिले में सावन माह के पहले ही दिन जिले के तीन जलाशय छलक गए हैं। मांगरा, रूसे व मड़ियान जलाशय में क्षमता से 70 प्रतिशत से अधिक जलभराव के बाद वहां के गेट खोले जा चुके हैं। इन जलाशयों से वर्तमान में सात हजार क्यूसेक मीटर पानी छोड़ा जा रहा है। इससे अब नालों के साथ ही छोटी नदियों का बहाव तेज हो गया है। हालांकि अभी कहीं भी बाढ़ या इस तरह की स्थिति नहीं है