बलरामपुर: जिले में ‘‘एक पेड़ पेड़ मां के नाम’’ अभियान तहत महावृक्षारोपण अभियान का आयोजन किया गया। इसके अंतर्गत सेमली मोड़ बलरामपुर वन मंडल परिक्षेत्र में जिला स्तरीय वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें जनप्रतिनिधियों-अधिकारियों एवं ग्रामीणों के द्वारा अपनी मां के नाम पर विभिन्न फलदार पौधे जैसे पीपल, बरगद आदि पौधों का रोपण किया गया। इस अवसर पर जनपद उपाध्यक्ष भानु प्रकाश दीक्षित एवं कलेक्टर रिमिजियुस एक्का ने मीलिया दुबिया पौधे का रोपण कर ‘‘एक पेड़ माँ के नाम’’ से रोपने और उसकी सुरक्षा के लिए प्रेरित किया। इस दौरान उपस्थित जिला पंचायत सीईओ रेना जमील ने बरगद के पौधे का रोपण कर पर्यावरण संरक्षण में सहयोग करने का संदेश दिया। साथ ही ग्रामीणजनों, स्कूली बच्चों ने भी अपने परिजनों के साथ ‘‘एक पेड़ मां के नाम’’ पौधा रोपा।
इस दौरान जनपद उपाध्यक्ष भानु प्रकाश दीक्षित ने अपने उद्बोधन में कहा कि ये जो सृष्टि है जहां जीने के लिए सभी को ऑक्सीजन की जरूरत होती है और बिना वृक्ष यह संभव नहीं है। इसके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण हमारा दायित्व है। विभिन्न कारणों से आज जंगल सीमित हो गए है जिसका दुष्परिणाम बढ़ता तापमान, असामयिक मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। हमे आपसी सहयोग से वृक्षों का संरक्षण करना है, जिसके लिए सभी को आगे बढ़ कर वृक्षारोपण और संरक्षण में योगदान देना है। ‘‘एक पेड़ मां के नाम’’ की उपयोगिता तब सिद्ध होगी जब बच्चों की तरह पौधों का भी देखभाल करें, समय से पानी, आवश्यताओं को पूरा करते हुए बड़ा करना है और आने वाली पीढ़ियों को भी वनों के महत्व को समझाते हुए इसके दोहन को रोकना है। जिससे हमारे जीवन के लिए वन को बचाया जा सके।
कलेक्टर श्री एक्का ने संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार वृक्षारोपण अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत जिले में वन विभाग के द्वारा वृक्षारोपण का वृहद अभियान कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी ‘‘एक पेड़ मां के नाम’’ पौधा अवश्य रोपण करें। जिससे हमारी धरती हरी-भरी बनी रहेगी और पर्यावरण संरक्षण से आगामी सालो में स्थिति बेहतर हो इसके लिए प्रतिदिन इसका रखरखाव भी जरूरी है और इसमें सभी का सहयोग आवश्यक है।
जिला पंचायत सीईओ रेना जमील ने ’’एक पेड़ माँ के नाम’’ अभियान के महत्व की जानकारी देेते हुए कहा कि हम सभी को अपने माँ के नाम से एक पेड़ जरूर लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें अपनी माँ का तरह ही इस पेड़ का ख्याल रखते हुए सहेजना भी है। वन ही हमारे जीवन का आधार हैं। आज पेड़ पौधों की कमी के कारण वातावरण में लगातार गर्मी बढ़ रही है। इससे बरसात भी कम होने लगी है। इसलिए प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखने और हमारे जीवन को संरक्षित रखने के लिए पौधों को संरक्षण करना जरूरी है।
प्रभारी वनमण्डलाधिकारी अशोक तिवारी ने कहा कि पर्यावरण दिवस पर ‘‘एक पेड़ मां के नाम’’ शुभारंभ किया गया है। इस माध्यम से पौधों का रोपण और संरक्षण करते हुए अमूल्य पौधों को विलुप्त होने से बचाया जा सकता है।
इसके साथ ही पंचायत स्तर पर ग्रामीण एवं जनप्रतिनिधियों की सहभागिता से वृक्षारोपण कार्य किया जा रहा है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण, स्कूली बच्चे मौजूद रहे।