आशीष कुमार गुप्ता
अंबिकापुर/सेदम: छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में इन दिनों राष्ट्रीय राजमार्ग 43 अंबिकापुर से पत्थलगांव की अधूरी सड़क राहगीरों के लिए मुसीबत बना हुआ है, जिसमें हर रोज बाइक से लेकर बड़ी वाहन दुर्घटना का शिकार हो रहे है, जिससे दुर्घटाग्रस्त पीड़ित व्यक्ति सामुदायिक स्वास्थ केंद्र बतौली इलाज कराने पहुंच रहे हैं।
रविवार देर शाम राष्ट्रीय राजमार्ग 43 मंगारी के टू- लेन सड़क के अधूरे सड़क निर्माण में बाईक सवारों को ट्रक चालक ने लापरवाही पूर्वक चलाते हुए टक्कर मार दी, जिससे गंभीर रूप से घायल दो लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बतौली ग्रामीणों के माध्यम से ले जाया गया ,घायलों की गंभीर अवस्था को देखते हुए जिला अस्पताल रिफर किया गया है।
घटना के सम्बन्ध में मिली जानकारी अनुसार सुपलगा मैनपाट निवासी लोहरसाय एक्का पिता कुवरसाय उम्र 36 वर्ष अपने साथी बुद्धू केरकेट्टा के साथ नानदमाली अंबिकापुर से होते हुए सीतापुर अपने बेटी से मिलने जा रहे थे,जो बजाज प्लेटिना बाइक क्रमांक सीजी 15 डीपी 4939 से जैसे ही राष्टीय राजमार्ग 43 मंगारी के टू लेन अधूरे सड़क में पहुंचे पिछे से आ रही कोयला लोड ट्रक क्रमांक सीजी 15 एसी 4904 के ड्राइवर ने लापरवाही पूर्वक चलाते हुए हुए बाइक सवारों को टक्कर मार दी, जिससे बाइक चला रहे लोहरसाय एक्का का दाहिना कूल्हा टूट गया और गंभीर चोट लगा है वहीं उसके पीछे बैठे बुधु केरकेट्टा के दाहिना पैर में गंभीर चोट लगा है फिलहाल दोनों घायलों को जिला अस्पताल अंबिकापुर रिफर किया गया है,घटना पश्चात ट्रक ड्राइवर मौके से फरार हो गया। जिससे ग्रामीणों और 112 बतौली की टीम द्वारा घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।
राष्ट्रीय राजमार्ग 43 में सांकेतिक चिन्ह के निशान की कमी –
राष्ट्रीय राजमार्ग 43 अंबिकापुर से पत्थलगांव के अधूरे सड़क निर्माण में सांकेतिक चिन्ह की कमी से अक्सर दुर्घटनाएं होती जा रही है, क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की उदासीनता और राष्ट्रीय राजमार्ग 43 के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही आमजनता को जान गवाकर कर चुकानी पड़ रही है।हादसे के शिकार पीड़ित व्यक्ति राष्ट्रीय राजमार्ग के ठेकेदार एवं अधिकारियों पर जुर्म दर्ज नहीं करा पा रहे हैं ,जिससे लापरवाह ठेकेदार और उदासीन अधिकारियों के हौसले बुलंद है जो राहगीरों के लिए भारी पड़ रही है ।पिछले 6 वर्षों से बन रहे राष्ट्रीय राजमार्ग 43 अंबिकापुर से पत्थलगांव की निर्माण कार्य पिछले 6 महीने से ठप पड़ी हुई है जो क्षेत्रवासियों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है