बलरामपुर: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर स्वामी आत्मानंद हिंदी मीडियम स्कूल बलरामपुर के खेल मैदान में सामूहिक योग का प्रदर्शन किया गया। इसके साथ ही विभिन्न स्थानों पर भी सामुहिक योग प्रदर्शन किया गया। दसवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि सामरी विधायक उद्देश्वरी पैंकरा, कलेक्टर रिमिजियुस एक्का, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह एवं जनप्रतिनिधियों ने मां सरस्वती व छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलित कर जिला स्तरीय योग कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर जनपद उपाध्यक्ष भानूप्रकाश दीक्षित, वरिष्ठ नागरिक ओमप्रकाश जायसवाल, दीनानाथ यादव, जनप्रतिनिधिगण, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रेना जीमल सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
जिले से योग प्रशिक्षकों के द्वारा योगाभ्यास कराया गया। मुख्य अतिथि विधायक उद्देश्वरी पैकरा ने विभिन्न आसनों का अभ्यास किया। सामूहिक योग कार्यक्रम में बच्चों, युवाओं सभी लोगों ने उत्साहपूर्वक विभिन्न प्रकार के आसनों का अभ्यास एवं प्राणायाम कर नियमित योग के लिए प्रेरित करते हुए सभी को स्वस्थ रहने का संदेश दिया। इस वर्ष ‘‘स्वयं और समाज के लिए योग’’ की थीम पर सभी लोगों ने उत्साह एवं नई ऊर्जा के साथ योग किया। योग की आसान संक्रियाओं को करने के साथ ही लोगों ने योग के महत्व को भी जाना। योग अपने शरीर को स्वस्थ रखने का सबसे अच्छा माध्यम है। योग से नई शक्ति का संचार होता है। जिससे कार्यक्षमता बढ़ती है। अब नई पीढ़ी भी योग से जुड़ रहे हैं और बड़े उत्साह से योग सीख रहे हैं। उपस्थित सभी लोगों ने विश्व योग दिवस के उपलक्ष्य में अपने दैनिक दिनचर्या में योग क्रिया को अनिवार्य क्रिया के रूप सम्मिलित करने संकल्प लिया।
इस अवसर पर सामरी विधायक उद्देश्वरी पैंकरा ने सभी को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन योग करना चाहिए, योग के फायदे की वजह से इसे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में पहचान मिली है। कई तरह के रोगों को योग के माध्यम से ठीक किया जा सकता है। उन्होंने सभी को अपने जीवन में प्रतिदिन योग, व्यायाम के लिए 01 घंटे का समय अवश्य निकालने को कहा।
उल्लेखनीय है कि सबसे पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2015 में मनाया गया। जिसके बाद प्रत्येक वर्ष 21 जून को विश्व स्तर पर योग दिवस मनाया जाता है। जिला स्तरीय कार्यक्रम में लगभग 500 लोग शामिल हुए। जिसमें जनप्रतिनिधियों के साथ अधिकारी-कर्मचारीगण, स्कूली बच्चों के साथ उनके अभिभावकों ने भी इस समारोह में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। योग शिक्षक ने प्रार्थना, ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्धचक्रासन, भ्रदासन, वज्रासन, सेतु बंध आसन, योग निद्रासन, मकरासन जैसे अन्य योग भ्रामरी प्राणायाम एवं ध्यान का अभ्यास कराया।