अम्बिकापुर: कमिश्नर जी आर चुरेंद्र ने गुरुवार को यहाँ संभागायुक्त कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित संभागीय अधिकारियों की विभागीय बैठक में विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की। उन्होंने सर्व प्रथम सभी अधिकारियों से परिचय प्राप्त करने के बाद शासन की योजनाओं का बेहतर क्रियान्वन सुनिश्चित करने के लिए मैदानी अमलो पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए।
कमिश्नर ने कहा कि संभागीय अधिकारी प्रतिमाह दौरा के लिए तिथि निश्चित करें तथा दौरे में जो भी अवलोकन किया गया उसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार करें। जो भी समस्या या कमी है उसे दूर करने के लिए उचित प्रयास करें। अन्य विभागों से समन्वय करें। उन्होंने कहा कि कार्यालय प्रबन्धन को प्रमुखता देते हुए बेहतर प्रशासक के दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि अधीनस्थ अधिकारी-कर्मचारियों की कौशल दक्षता के लिए समय-समय पर कौशल उन्नयन सह कार्यशाला का आयोजन जिला या कार्यालय स्तर पर होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि संभागीय अधिकारी अपने लिए एक वर्कफ्रेम बनायें जिसमें आगामी दिनों के कार्य के लिए एक स्पष्ट दिशा तय हो। विभाग के द्वारा जो दायित्व सौंपा है उसका निर्वहन नियमां के दायरे में रह कर करें। सभी अधिकारी दैनंदिनी भी संधारित करें।
कमिश्नर ने नगरीय निकायों तथा कस्बों में घुमंतु मवेशियों के प्रबंधन के लिए नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियां को गोठान के समीप गौशाला का संचालन समूह की महिलाओं के माध्यम से संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गौशाला में मवेशियों के रहने चारा की व्यवस्था के साथ ईलाज की भी व्यवस्था हो। उन्होंने वृहद पैमाने पर वृक्षारोपण, नगरीय क्षेत्रों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रां के शासकीय संस्थानों के परिसरों में करने कहा। लगाए गए पौधों की देख-भाल के लिए स्थानीय स्तर पर व्यवस्था करने के निर्देश दिए। कमिश्नर ने निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि समय पर तथा गुणवत्ता पूर्ण निर्माण हो। कार्य को गति देने के लिए हर माह समीक्षा करें। समीक्षा में ठेकेदार और मैदानी अमलो को भी शामिल करें। उन्होंने विभिन्न विभागों के पुराने और जीर्ण-शीर्ण भवनों को ढहाने तथा जो मरम्मत योग्य है उसकी मरम्मत हेतु अभियान चलाने के निर्देश दिए।
कमिश्नर ने कहा कि कृषि, उद्यानिकी तथा वन विभाग आपस मे समन्वय कर विभिन्न उत्पादों के लिए प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना के लिए कार्ययोजना बनाएं। किसानों के बंजर जमीन पर वृक्षारोपण, उद्यानिकी एवं औषधीय पौधों की खेती के लिए क्लस्टर बनाये। खेती की आवश्यक तैयारी के लिए नरेगा से अभिसरण करा सकते है।
कमिश्नर श्री चुरेन्द्र ने अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा वर्तमान की आवश्यकता को देखते हुए कार्य को प्राथमिकता से लें। उन्होंने कहा कि जन सहुलियत को ध्यान में रखकर तन्मयता से कार्य को लें। कार्यालय के कार्यों में गंभीरता रखते हुए उसे अच्छी तरह से पूर्ण करने के लिए दायित्व के सार्थक निर्वहन करें।बैठक में मुख्य वन संरक्षक अनुराग श्रीवास्तव, वनमंडलाधिकारी पंकज कमल, उपायुक्त संतन देवी जांगड़े सहित विभिन्न विभागों के संभागीय अधिकारी उपस्थित थे।