कोरबा। प्रदेश के शिक्षकों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर आंदोलन तेज कर दिया है। छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर कोरबा जिले के पांचों विकासखंडों के शिक्षक 11 नवंबर को लामबंद होकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगे। कटघोरा ब्लॉक संयोजक नंद किशोर साहू ने बताया कि ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार, और विकासखंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से सौंपा जाएगा। 

छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के जिला संयोजक प्रमोद सिंह राजपूत और अन्य पदाधिकारियों ने बताया कि चरणबद्ध आंदोलन के तहत 2 अक्टूबर को रायपुर में ज्ञापन दिया गया। 24 अक्टूबर को सामूहिक अवकाश लेकर जिले में धरना-प्रदर्शन और रैली निकाली गई। 1 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस पर शिक्षकों ने दीप जलाकर अनोखा प्रदर्शन किया। 

11 नवंबर को जिला मुख्यालय में ज्ञापन सौंपने के बाद, 12 से 24 नवंबर के बीच जनप्रतिनिधियों को मांग पत्र दिए जाएंगे। अंतिम चरण में 25 नवंबर को राजधानी रायपुर में इंद्रावती से महानदी भवन तक पैदल मार्च कर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा। 

प्रमुख मांगें

मोदी की गारंटी में वर्णित वेतन विसंगति दूर करने की मांग।

संविलियन पूर्व सेवा गणना करते हुए समस्त शिक्षक एलबी संवर्ग के पुरानी पेंशन को निर्धारित कर भारत सरकार द्वारा 2 सितंबर 2008 को जारी आदेश के समान 33 वर्ष में पूर्ण पेंशन के स्थान पर 20 वर्ष में पूर्ण पेंशन का प्रावधान किए जाने की मांग।

क्रमोन्नति हेतु सोना साहू मामले में हाईकोर्ट के निर्णय आधार प्रथम नियुक्ति के आधार पर शिक्षक LB संवर्ग के क्रमोन्नति पात्र समस्त शिक्षकों के लिए जनरल आदेश जारी करने की मांग।

केंद्र के बराबर देय तिथि 1जुलाई 2024 से 3 फीसदी महंगाई भत्ता देने तथा जुलाई 2019 से लंबित महंगाई भत्ता के एरियर्स राशि का समायोजन जीपीएफ/सीजीपीएफ खाता में करने की मांग।

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