बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले का नंबी वॉटरफॉल इन दिनों पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। जहां नक्सलवाद से प्रभावित इलाकों में अक्सर डर का माहौल रहता है, वहीं इस झरने की नैसर्गिक सुंदरता लोगों को हिंसा की यादों से दूर ले जाती है। राज्य के सबसे ऊंचे झरनों में से एक नंबी वॉटरफॉल, मॉनसून के चलते और भी शानदार नजर आ रहा है।

नक्सलवाद की खबरें नहीं, बल्कि यहां का नम्बी वॉटरफॉल भी चर्चा का विषय बना हुआ है। इस प्राकृतिक झरने की अद्भुत सुंदरता के चलते पर्यटक यहां खींचे चले आते हैं, जिससे इलाके की शांति और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेते हुए नक्सली हिंसा की छवि को भुला देते हैं।

नम्बी वॉटरफॉल राज्य के सबसे ऊंचे और खूबसूरत झरनों में से एक है, जो मॉनसून के दौरान और भी आकर्षक हो जाता है। हाल के दिनों में यहां पर्यटकों की बढ़ती संख्या इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में पहचान दिलाने लगी है। स्थानीय ग्रामीणों और जिला प्रशासन की कोशिशों के चलते इस स्थान को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की मांग भी जोर पकड़ रही है।

यह झरना बीजापुर जिले के उसूर ब्लॉक में स्थित है और यहां तक पहुंचने के लिए पर्यटकों को घने जंगलों से गुजरना पड़ता है। हालांकि, नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण लोग यहां आने से डरते हैं। लेकिन अगर प्रशासन द्वारा उचित सुविधाएं प्रदान की जाएं, तो यह क्षेत्र देशभर के सैलानियों के लिए एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र बन सकता है।

वर्तमान में, खासतौर पर नए साल और छुट्टियों के दौरान ही पर्यटक यहां आते हैं। अगर पर्यटन सुविधाओं को बढ़ावा दिया जाए, तो नम्बी वॉटरफॉल न केवल क्षेत्र के लिए आर्थिक विकास का स्रोत बन सकता है, बल्कि ग्रामीणों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा कर सकता है।

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