रायपुर:- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा स्वतंत्रता दिवसके मौके पर चार नए जिलों के ऐलान के बाद उसे अमली जामा पहनाने सूचना प्रकाशित की गई है।बता दें कि राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से तीन जिलों के राजपत्र में प्रकाशन के बाद सूचना प्रकाशित की गई है। सक्ती ,मोहला-मानपुर-अंबागढ़ और सारंगढ़-बिलाईगढ़ के लिए सूचना का प्रकाशन किया गया है, जबकि विवाद की स्थिति को देखते हुए कोरिया जिले से अलग होकर बनने वाले मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के लिए सूचना का प्रकाशन नहीं किया गया है. बताया जा रहा है सीमा और मुख्यालय विवाद के कारण इसका प्रकाशन रोक दिया गया है। विवाद के निकाराकरण के बाद चौथे जिले के लिए भी सूचना प्रकाशित की जाएगी।
मंगाया गया दावा-आपत्ति
राजस्व एवं आपदा प्रबंध विभाग की ओर से प्रकाशित सूचना के साथ ही इस बात का निर्देश दिया गया है कि नए जिले को लेकर प्रारंभिक सूचना को जिला, अनुविभाग, तहसील, ग्राम पंचायत और ग्राम स्तर पर ईश्तहार का प्रकाशन किया जाएग, मुनादी कराई जाए और किसी भी प्रकार की त्रुटि-अंतर होने के संबंधी और इससे जुड़े दावा-आपत्ति का तय समय-सीमा में निकारण कर 21 दिसंबर 2021 तक अभिमत के साथ विभाग को जानकारी उलब्ध कराएं।नए जिलों को लेकर दावा आपत्ति और प्रचार-प्रसार का साल काम उन जिलों को दिया गया जिन से अलग होकर नए जिलों का गठन होना है।
OSD की होगी नियुक्ति
नए जिले के गठन को लेकर आगामी दो महीने में कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद दिसंबर तक पुलिस और प्रशासन के लिए विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी, जो नए जिलों का पूरा धरातली खाका तैयार कर सरकार को रिपोर्ट सौपेंगे।
पांच जिले होगे प्रभावित
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा जिन चार नए जिलों की घोषणा की गई उनके गठन के लिए पांच जिले प्रभावित होंगे जिसमें राजनांदगांव जिले से अलग होकर मोहला-मानपुर-अंबगाढ़ चौकी बनाया जाएगा, रायगढ़ और बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के कुछ हिस्सों को मिलाकर सारंगगढ़-बिलाईगढ़ जिला बनाया जाएगा, कोरिया जिले से अलग होकर महेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर बनाया जाएगा और जांजगीर-चांपा जिले से अलग होकर सक्ती जिला बनाया जाएगा।इसके साथ ही छत्तीसगढ़ में अब जिलों की संख्या बढ़कर 32 हो जाएगी।