कांकेर। जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, मरीजों को खाने के जगह पर जहरीले कीड़े परोसें जा रहें हैं, वो भी एक बार नहीं दो दो बार मरीजों के खाने में कीड़े मिले हैं, मरीज के परिजनों ने इसकी शिकायत भी स्टाफ को किया पर कार्यवाही करने के जगह उल्टा स्टाफ के लोगों ने खाने को फेंक दुसरा खाना लाने की सलाह दी, जिसके बाद मरीज के परिजनों ने इसकी जानकारी मीडिया को दी
कांकेर कोमलदेव जिला अस्पताल में उस वक्त हड़कंप मंच गई जब अस्पताल में भर्ती दो मरीजों के खाने में बड़े बड़े जहरीले कीड़े मिले, मरीज के परिजनों ने इसकी शिकायत भी किया पर अभीतक कोई कार्यवाही नहीं हुई है, 1 सितंबर को दोपहर में जिला अस्पताल के कैंटीन में मरीजों के लिए दोपहर का भोजन वितरण किया गया इस दौरान अस्पताल में भर्ती कोकडी निवासी मानेश्वर जैन को भी भोजन लाकर स्टाफ द्वारा दिया गया।
मरीज मानेश्वर ने बताया कि वह 25 अगस्त को पैर में तकलीफ़ होने पर वह जिला अस्पताल कांकेर में पहुंचा जहां उसे चैकअप के बाद सीधा सर्जरी वार्ड में भर्ती कर दिया गया उन्होंने बताया कि रोजाने के भांति 1 सितंबर को भी दोपहर में उसे स्टाफ के लोगों ने भोजन लाकर वार्ड में दिया जो झिल्ली से पुरी तरह पैक था जिसे फाड़कर भोजन खाने लगा खाते खाते अचानक उसे खाने में सेलार लाल रंग का जहरिला कीड़ा दिखाई दिया।कीड़े को देख तुरंत वह खाना बंद किया और खाने में कीड़े होने की जानकारी अपने परिजन व आसपास में भर्ती मरीजों को दिया जिसके बाद पुरे अस्पताल में भोजन में कीड़े मिलने की जानकारी फैल गई और अस्पताल में हड़कंप मंच गया। वहीं कुछ देर बाद जनरल वार्ड में भर्ती मरीज अनिल राय के भोजन में भी कीड़ा मिला है।
वहीं मरीजों का कहना है कि अस्पताल में भर्ती मरीजों के जीवन के साथ कैंटीन ठेकेदार द्वारा खिलवाड़ किया जा रहा है क्योंकि ठेकेदार के लापरवाही के कारण ही आज भोजन में मरीजों को कीड़े मकोड़े परोसें जा रहें हैं अगर कैंटीन के स्टाफ द्वारा सही चेक कर भोजन बनाया जाता तो आज इतनी बड़ी लापरवाही नहीं होती इसमें पुरी तरह कैंटीन के ठेकेदार की गलती है।
मरीज मानेश्वर के पिता रमापति जैन व मरीज अनिल कुमार राय ने बताया कि वह भोजन में कीड़े होने की जानकारी अस्पताल के स्टाफ वालों से और कैंटीन स्टाफ से शिकायत की पर स्टाफ वालों ने कार्यवाही करने के बदले उल्टा मामले को दबाने व खाने को फेंक कर चुप रहने कहां ।
वहीं भोजन में कीड़े मिलने के बाद मरीज जिला अस्पताल के कैंटीन संचालक ठेकेदार की लायसेंस को कैसल करने की मांग कर रहें हैं ।
जिला अस्पताल कांकेर के सिविल सर्जन व प्रभारी डॉक्टर विमल भगत ने बताया कि उन्हें मरीज के खाने में कीड़े मिलने की शिकायत मिली है जिस संदर्भ में एक टीम गठित किया जाएगा जो घटना की पुरी जांच कर जांच रिपोर्ट पेश करेगी जांच में घटना सही पाए जाने पर कैंटीन संचालक के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी फिलहाल कैंटीन संचालक को एक नोटिस जारी किया जाएगा।