अंबिकापुर: बीते कल दिनांक 08 मई 2022 को प्रार्थी प्रशांत त्रिपाठी के द्वारा थाना को सूचित किया गया कि गुदरी चौक से प्रतापपुर चौक जाने वाले सड़क के किनारे प्रशांत त्रिपाठी के निर्माणाधीन मकान में एक महिला का शव पड़ी हुई है। शव को वहां पडे ईट के ढेर से ढका हुआ है। काफी बदबू आ रही है कि सूचना पर थाना में मर्ग इंटिमेशन कायम कर पंचनामा बाद विवेचना जांच में लिया गया। विवेचना दौरान पाया गया कि मृतिका कि शव प्रशांत त्रिपाठी के निर्माणाधीन भवन जो पिछले दो ढाई महिनों से बंद था के अंदर मृतिका कि शव को निकालकर पंचनामा किया गया। मृतिका का शव से काफी बदबू आ रही थी शव सड गल गई थी पहचान नहीं आ पा रहा हैं। विवेचना में प्रथम दृष्टया संदेहास्पद मौत होना पाये जाने से मृतिका के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पीएम रिपोर्ट प्राप्त किया गया जिसमें मृतिका की मृत्यु गर्दन में चोट लगने के कारण हुई है। मृतिका के पहचान हेतु हयुमरस बोन, साडी पेटीकोट, स्कार्प व अन्य चीजे जप्त कि गई है।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुये पुलिस महानिरीक्षकअजय यादव व भावना गुप्ता पुलिस अधीक्षक सरगुजा के कुशल मार्गदर्शन एवं विवेक शुक्ला अति०पुलिस अधीक्षक व अखिलेश कौशिक नगर पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में टीम तैयार कर आरोपी पतासाजी हेतु निर्देशित किया गया। विवेचना के दौरान घटना स्थल के आस पास में लगे सीसीटीव्ही फुटेज का बारीकी से अवलोकन किया गया।
सीसीटीव्ही फुटेज के आधार पर संदेही आरोपी विष्णु गिरी को हिरासत में लेकर सख्ती से पुछताछ किया गया जो बताया गया कि मैं और सेवन्ती निवासी सलेयाडीह घोघरा थाना बतौली हा०मु० चांदनी चौक अम्बिकापुर साथ में लेबर रेजा का काम करते थे। जो आरोपी के द्वारा मृतिका का रूपया रख लिया था जो वापस मांगने की बात पर दोनो में लडाई झगडा हो रहा था। रूपया वापस दिलाने के नाम पर मायापुर से जनपद पारा जा रहे थे जो रास्ते में मृतिका आरोपी को गाली गुप्तार कर झापड से मार दी जिससे आरोपी गुस्से में आकर निर्माणाधीन मकान में ले जाकर गर्दन में लात मुक्का ईंटा से मारकर हत्या कर शव को गडडे में डालकर उपर से प्लाई व ईंट के टुकड़े से ढक दिया था। आरोपी द्वारा ईंट व लात से मारकर हत्या करना बताया है। आरोपी के विरूद्ध अपराध घटित करना स्वीकार करने व अपराध सिद्ध पाये जाने से गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर न्यायिक रिमांड पर भेजा जाता है।
इस दौरान निरीक्षक भारद्धाज सिंह, उप निरीक्षक प्रमोद पाण्डेय, सरफराज फिरदौसी, डाकेश्वर सिंह, सउनि भूपेश सिंह, विवेक पाण्डेय, अजित मिश्रा, प्र०आर० सुधीर सिंह, अजय पाण्डेय, आर० जयदीप सिंह, अनुज जायसवाल, कुन्दन सिंह, शिव राजवाडे, रूपेश महंत, मोती केरकेटटा, विजय भगत, विकास सिंह, सहबाज अंसारी, हरीराम यादव सक्रिय रहे।