पटना। नगर निगम की पार्षद सुचित्रा सिंह के पति नीलेश यादव उर्फ नीलेश मुखिया हत्याकांड के नामजद आरोपित पप्पू राय, धप्पू राय और गोरख राय के घर व कार्यालय को पुलिस ने दूसरे दिन गुरुवार को भी कुर्क किया। घर से पुलिस ने चौखट तक उखाड़ लिए। कार्यालय का सारा सामान भी पुलिस अपने साथ लेकर चली गई।
पाटलिपुत्र थानेदार एसके साही ने बताया कि संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई पूरी कर ली गई। गौरतलब है कि पुलिस ने बुधवार को कुर्जी मोड़ स्थित आरोपितों के दो मंजिले मकान में कुर्की की कार्रवाई की थी। इनाम घोषित करने के लिए पत्राचार करेगी पुलिसपप्पू राय, धप्पू राय और गोरख राय सगे भाई हैं।
इन तीनों पर हत्याकांड की साजिश का आरोप है। डीएसपी नुरूल हक ने बताया कि कुर्की की कार्रवाई के बाद भी आरोपित सामने नहीं आए। अब इन पर इनाम घोषित करने के लिए मुख्यालय को औपचारिक पत्र भेजा जाएगा।पुलिस की एक टीम अब भी इनके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। दो बड़े चेहरे भी बेनकाब होंगे। जांच के क्रम में सात और लोगों की भूमिका सामने आई है। इनमें दो बड़े चचेरे भी हैं। उनके खिलाफ मिले सुराग को पुलिस जांच कर रही है।
इनकी संलिप्तता शूटरों को सुपारी की रकम देने, रेकी के लिए वाहन मुहैया कराने, सिम कार्ड उपलब्ध कराने आदि में रही है। एक संदिग्ध से वारदात के कुछ दिन पहले दीघा इलाके में झड़प भी हुई थी। जिसमें आरोपित पप्पू राय दूसरे पक्ष के साथ खड़ा था।
जानिए मामला
31 जुलाई की सुबह कुर्जी मोड़ से पाटलिपुत्र साईं मंदिर वाली सड़क पर कार सवार नीलेश मुखिया पर हथियारबंद अपराधियों ने सात गोलियां मारी थीं। दिल्ली में इलाज के दौरान 24वें दिन उनका निधन हो गया था।इस मामले में पुलिस अब तक लाइनर समेत सात आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। हमले के बाद नीलेश के भाई सुरेश के बयान पर पप्पू राय, धप्पू राय और गोरख राय को नामजद किया गया था। नीलेश की पत्नी वार्ड संख्या 22 बी से पार्षद हैं। वहीं, गोरख की पत्नी रजनी देवी पूर्व उपमहापौर थीं।