जगदलपुर: प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान अब कुछ माह के बाद होने वाला हैं ऐसे में सत्ता की कुंज.कहलाने वाले बस्तर में सियासी ड्रामे बाजी खुलकर सामने आ रही हैं।
केंद्रीय मंत्री व कई पदों में आसीन रहे बस्तर के वरिष्ठ कांग्रेसी व आदिवासी नेता अरविंद नेताम के इस्तीफे के बाद बस्तर सहित प्रदेश में फायदे और नुकसान की बात होने लगी हैं और अरविंद नेताम के दिये इस्तीफे को लेकर समाज और सत्ता धारी दल के नेताओं का बयान कुछ अलग ही सुनने को मिल रहा हैं।आदिवासी नेता अरविंद नेताम को लेकर भाजपा के नेता व सर्व आदिवासी समाज के प्रांतीय उपाध्यक्ष ने ये तक कह दिया कि नेताम जी को ही नुकसानहोगा.उन्हें.चुनाव में समाज को बरगलाने का काम नही करना चाहिए..उनका राजनीति भविष्य खत्म हो चुका है आदिवासी समाज को मालूम है उनको वोट किसको देना हैं।
वंही इस मामले को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बस्तर विधायक व प्राधिकरण अध्यक्ष लखेश्वर बघेल ने भी बडा बयान दिया है.. और कहा कि अरविंद नेताम कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्र मंत्री रह चुके हैं कुछ दशक से उनका दिन खराब चल रहा है समय खराब हो तो बुध्दि भी काम करना बंद कर देती हैं. उनका समय अब नहीं रह गया.।समाज मे संरक्षक के रूप में उन्हें काम करना चाहिए..साथ ही कहा कि पद, प्रतिष्ठा प्राप्त कर चुके व्यक्ति को ऐसा आचरण शोभा नहीं देता हैं… कांग्रेस से उनके जाने के बाद कांग्रेश पार्टी को जो नुकसान होना था, हो चुका है.. चुनाव में इस बात का कोई खास असर कांग्रेस को नहीं पड़ेगा.. समाज के लोगों को दिग्भ्रमित करने की बजाए उन्हें समाजहित में काम करने के बारे में सोचना चाहिए उनके भ्रम में आदिवासी कभी नहीं आने वाले है