मतदान करने के बाद सेल्फी लेने लोगों में रहा खासा उत्साह
बलरामपुर। देश के सबसे बड़े लोकतांत्रिक पर्व में 07 मई मतदान दिवस लोगों के बीच आदर्श एवं संगवारी मतदान केन्द्र आकर्षण का केन्द्र रही। जिले में 13 आदर्श एवं 56 संगवारी मतदान केन्द्र बनाए गए, जहां मतदाताओं को आकर्षित करने जिले के ऐतिहासिक धरोहरों एवं संस्कृतियों को प्रदर्शित करती विभिन्न थीमों पर सजाकर मतदाताओं के स्वागत के लिये तैयार किया गया था।
युवाओं को आकर्षित करती इस चकाचौंध से भरी तकनीक की में सेल्फी शब्द से सभी लोग खासा परिचित हैं। इसके लिए मतदान दिवस युवाओं की पसंद को ध्यान में रखते हुए सेल्फी कॉर्नर को भी अलग-अलग ढंग से सजाया गया। इसका उद्देश्य युवाओं को मतदान स्थल तक लाकर मतदान के लिए प्रेरित करना था। युवाओं के साथ अन्य जनों ने भी मतदान करने के बाद अपने साथियों एवं परिवारों के साथ सेल्फी कार्नर में सेल्फी ली। इसके साथ ही आदिवासी संस्कृति एवं आदिवासी समाज में लोकतंत्र को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लोकसभा चुनाव 2024 में विधानसभा 08-सामरी के स्वामी विकासखण्ड कुसमी अंतर्गत आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल सेमरा के मतदान केंद्र को आदर्श मतदान केंद्र बनाकर आदिवासी संस्कृति को प्रदर्शित किया गया। बांस से मतदान केंद्र का ढांचा, छिन्द, आम आदि के पत्तों से विकसित किया गया , मतदाताओं को गर्मी में डीहाइड्रेशन की समस्या न हो इसके बांस और छिंद के पत्तों से प्याऊ घर बना कर जलजीरा और नींबू पानी की व्यवस्था भी की गई। मतदान के पश्चात मतदाताओ ने बिरनी झाड़, धान की बाली आदि के पत्तों का उपयोग कर बनाया गया सेल्फी पाइंट में गौरवान्वित होकर सेल्फी भी खिंचवाई। आदिवासी संस्कृति को प्रदर्शित करती वाद्य यंत्र जैसे मांदर, ढोलक, नगाड़ा शिकारी हथियार जैसे धनुष-तीर, भाला, छोपा आदि की प्रदर्शनी भी लोगों का मन को खूब भाया। सरनाडीह मतदान केन्द्र 206 को सतरंगी आदर्श मतदान केंद्र के रूप में सजाया गया था, जहां की सेल्फी प्वाइंट में पवई फाल को प्रदर्शित किया। अम्ब्रेला थीम पर बनाये गये आदर्श मतदान केन्द्र 212 बलरामपुर-2 को अम्ब्रेला(छाता) से सजाया गया जो मतदाताओं के आकर्षण का केन्द्र रही। विशेष रूप से संगवारी मतदान केन्द्रों में मतदान अधिकारी-कर्मचारी के रूप में जिले के विभिन्न शासकीय विभागों में कार्यरत महिला अधिकारी-कर्मचारी की ड्यूटी भी लगाई गई। महिला कर्मचारियों में भी मतदान कराने काफी उत्साह देखा गया। इसके साथ ही मतदान केन्द्रों में टेंट, बैठक व्यवस्था, पेयजल, ओ.आर.एस. घोल जैसी सुविधाएं भी दी गई।
इसी प्रकार और भी मतदान केन्द्र जिन्हें दिव्यांग, आदर्श, संगवारी, एवं युुवा मतदान केन्द्र बनाया गया था, उन्हें भी विभिन्न थीमों पर सजाया गया था जो लोगों के आकर्षण का केन्द्र रही। इसके साथ ही लोकसभा निर्वाचन में मतदान दिवस स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मतदान केन्द्रों में भीषण गर्मी को देखते हुए स्वास्थ्य संबंधित समुचित व्यवस्था की गई थी। प्रत्येक मतदान केन्द्र में ओ.आर.एस. कार्नर, दवाइयां आदि की व्यवस्था थी। आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विशेष रूप से स्वास्थ्य टीमों की ड्यूटी भी लगाई गई थी तथा उप स्वास्थ्य केन्द्रों, मेडिकल टीम, एम्बुलेंस इत्यादी को अलर्ट मोड पर भी रखा गया था।