नई दिल्ली, पीटीआइ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नियुक्ति अभियान को लांच करने के साथ ही देश भर में 50 केंद्रीय मंत्री करीब 20 हजार लोगों को नियुक्ति पत्र देंगे। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि रोजगार मेला के तहत विभिन्न प्रकार के लोगों को सरकारी नौकरियां मिलेंगीं। विभिन्न सरकारी नौकरियों के लिए चयनित लोगों में से कुछ को शनिवार को ही नियुक्ति पत्र भी दिए जाएंगे। जो लोग आयोजन स्थल पर उपस्थित नहीं होंगें, उन्हें डाक या ई-मेल के जरिये भी नियुक्ति पत्र भेजे जाने की व्यवस्था की गई है।
बता दें कि 50 केंद्रीय मंत्री केंद्र सरकार में नौकरी के लिए चयनित 19,692 लोगों को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे। शनिवार के लिए जारी सूची के अनुसार रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव नियुक्ति पत्र देने के लिए जयपुर में होंगे। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधियां भोपाल में, सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर चंडीगढ़ में होंगे। सामाजिक न्याय और सशक्तीकरण मंत्री वीरेंद्र कुमार इंदौर, वाणिज्य मंत्री पियूष गोयल मुंबई, जहाजरानी व जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल गुवाहाटी, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भुवनेश्वर, पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी पटियाला और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण चेन्नई में होंगी।
इसके अलावा, दिल्ली में केंद्रीय कार्मिक मंत्री जितेंद्र सिंह दिल्ली में नियुक्ति पत्रों का वितरण कर रहे होंगे। मालूम हो कि प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को रोजगार मेला लांच कर रहे हैं। इसके तहत दस लाख लोगों को रोजगार दिया जाना है। पीएम मोदी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये एक समारोह में 75 हजार उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र प्रदान करेंगे। बता दें कि पीएम ने इस अभियान के तहत दिसंबर 2023 तक 10 लाख नौकरी देने का ऐलान किया था।
जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी शनिवार को जिन चयनित 75 हजार पुरुष एवं महिला उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र देंगे, वह अलग-अलग मंत्रालय और विभागों में कार्यरत होंगे। इनमें रक्षा मंत्रालय, रेल मंत्रालय, श्रम व रोजगार मंत्रालय, डाक विभाग, गृह मंत्रालय, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF), केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI), कस्टम, बैंकिंग आदि में रोजगार शामिल होगा।
आज धनतेरस के अवसर पर, पीएम नरेन्द्र मोदी मध्य प्रदेश में PMAY-G के तहत 4.5 लाख से अधिक लाभार्थियों के ‘गृह प्रवेश’ में भाग लेंगे। मप्र में इस योजना के तहत 35,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से लगभग 29 लाख घरों का निर्माण किया जा चुका है।