बलरामपुर: मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बसंत सिंह ने बताया है कि सिकल सेल रोग वैष्विक स्तर पर तेजी से बढ़ता हुआ देखा जा रहा है। यह रक्त को प्रभावित करने वाली बीमारी है, इस रोग के कारण रक्त कोशिकाओं के भीतर हीमोग्लोबिन का स्तर प्रभावित होने लगता है। सिकल सेल रोग के बारे में लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से जन जागरूकता कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। सिकल सेल रोग को रोका नहीं जा सकता, क्योंकि यह अनुवांशिक स्थिति है। इससे बचाव हेतु दवाईयों का उपयोग समय में किया जाना तथा सिकल सेल जांच किया जाना अनिवार्य है। इसके आम लक्षण है, अचानक से शरीर में दर्द होना, कमजोर तथा थकान महसूस होना। सिकल सेल रोग से पीड़िता माता-पिता से यह बीमारी बच्चों में आती है, ज्यादातर केस में ऐसा होता है। इन लक्षणों को देखते हुए बीमारी को कंट्रोल में किया जा सकता है।
कलेक्टर रिमिजियुस एक्का के निर्देशानुसार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के अध्यक्षता में सिकल सेल कार्यक्रम अंतर्गत जिले के समस्त स्वास्थ्य केन्द्रों जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में सिकल सेल का जांच किया जा रहा है। साथ ही समस्त जनों से अपील किया गया है कि 3 जुलाई 2024 तक 0-40 वर्ष तक के व्यक्तियों को अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर सिकल सेल का जांच अवश्य करायें, जिससे सिकल सेल जैसे घातक बीमारी से बचा जा सके।