रायपुर: भारत निर्वाचन आयोग ने राज्यसभा की 57 सीटों पर चुनाव की घोषणा कर दी है। इसमें छत्तीसगढ़ की भी दो सीटें हैं। ये सीटें भाजपा के रामविचार नेताम और कांग्रेस की छाया वर्मा के रिटायरमेंट से खाली हो रही हैं। दोनों सांसदों का कार्यकाल 29 जून को समाप्त हो जाएगा।
भारत निर्वाचन आयोग ने राज्य सभा चुनाव का विस्तृत कार्यक्रम जारी कर दिया है। इसके मुताबिक इस चुनाव की अधिसूचना 24 मई को जारी की जाएगी। इसी के साथ नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू होगी। राज्यसभा के लिए 31 मई तक नामांकन दाखिल किया जा सकेगा।
एक जून को नामांकन पत्रों की जांच होगी और तीन जून तक उम्मीदवार को नामांकन पत्र वापस लेने का मौका दिया जाएगा। जरूरत पड़ी तो 10 जून को राज्यसभा के लिए मतदान कराया जाएगा। मतदान के लिए सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक का समय निर्धारित है। इसके बाद 10 जून को ही मतगणना के बाद विजेता की घोषणा कर दी जाएगी।
संविधान के अनुच्छेद 84 में संसद की सदस्यता के लिए अर्हताएं निर्धारित की गई हैं। राज्य सभा की सदस्यता के लिए किसी व्यक्ति को भारत का नागरिक होना चाहिए। उसे कम से कम तीस वर्ष की आयु का होना चाहिए। किसी लाभ के पद पर नही होना चाहिए। वह पागल अथवा दिवालिया घोषित नहीं होना चाहिए।
राज्यसभा के लिए राज्यों के चुने हुए विधायक मतदान करते हैं। प्रत्येक राज्य के सांसदों की संख्या उसके जनसंख्या के अनुपात में तय होती है। इसी मान से ढाई करोड़ की जनसंख्या वाले छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधियों की संख्या केवल 5 है। वहीं 27 करोड़ की जनसंख्या वाले उत्तर प्रदेश से राज्यसभा में 31 सीटें हैं।
राज्यसभा चुनाव के एकल संक्रमणीय चुनाव फार्मूले के हिसाब से राज्यसभा में रिक्त सीटों की संख्या में एक जोड़कर विधायकों की संख्या का विभाजन किया जाता है। इसके नतीजों में फिर एक जोड़कर न्यूनतम वोटरों की संख्या तय की जाती है। छत्तीसगढ़ में राज्यसभा की दो सीटों पर चुनाव होने हैं। दो में एक जोड़ने पर अंक तीन होता है। छत्तीसगढ़ विधानसभा में कुल 90 विधायक हैं। अब 90 को 3 से भाग देने पर 30 आाएगा। इस 30 में एक जोड़ने पर संख्या 31 होगी। किसी प्रत्याशी को जीत के लिए कम से कम 31 विधायकों के समर्थन की ज़रुरत होगी।
90 विधायकों वाली छत्तीसगढ़ विधानसभा में अकेले कांग्रेस के 31 विधायक हैं। भाजपा के पास 14, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के तीन और बहुजन समाज पार्टी के पास दो विधायक हैं। ऐसे में सभी विपक्षी विधायकों को जोड़कर भी भाजपा 31 वोटों का जुगाड़ नहीं कर पाएगी। कहा जा रहा है कि भाजपा एक सीट पर प्रतीकात्मक उम्मीदवार खड़ा करेगी। ऐसे में छत्तीसगढ़ से भाजपा की एक सांसद सरोज पांडेय ही वहां रह जाएंगी। सरोज पांडेय का कार्यकाल 2024 में खत्म होगा।