नई दिल्ली। इस साल अक्टूबर में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर ने कार्ड ऑन फाइल टोकनाइजेशन क्रिएशन फैसिलिटी (Card Tokenisation Creation Facility ) की सुविधा को लेकर प्रस्ताव पेश किया था। अब बैंकों में यब सुविधा शुरू कर दी गई है। इसकी जानकारी 20 दिसंबर 2023 को आरबीआई द्वारा दी गई। आरबीआई ने बताया कि अब इस सुविधा को बैंक स्तर पर पहुंचा दिया गया है।
इस सुविधा का लाभ सभी ग्राहकों को मिलेगा। वह अब आसानी से ऑनलाइन पेमेंट कर पाएंगे। इसके अलावा जल्द ही इस सुविधा को कई ई-प्लेटफॉर्म से लिंक किया जाएगा। आरबीआई ने अपने प्रेस रिलीज में कहा कि अब कार्ड जारी करने वाले बैंक या वित्तीय संस्था कार्ड ऑन फाइल टोकनाइजेशन की सुविधा देने में सक्षम होंगे। यह कार्ड मोबाइल बैंकिंग या इंटरनेट बैंकिंग के जरिये जारी किया जाएगा।इसमें ग्राहक को मंजूरी और एएफए वेलीडेशन अनिवार्य होगा। ऐसे में जो टोकन कार्ड हो वह होल्डर के अकाउंट में मर्जेंट पेज पर भी शो होगा।
कार्ड टोकनाइजेशन क्या है?
ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के लिए ग्राहक को अपने कार्ड की सारी जानकारी वेबसाइट पर देनी होती है। ऐसे में इन डेटा के चोरी होना या इसका गलत इस्तेमाल करने का चांस बढ़ जाता है। इस वजह से ग्राहकों को ज्यादा सिक्योरिटी देने के लिए कार्ड टोकन सुविधा शुरू की गई है। इसमें ग्राहकों के सभी डेटा को सुरक्षित रखा जाता है। यह डेटा चोरी जैसे कई मामलों को कम करता है साथ ही यह ट्रांजेक्शन की संख्या में वृद्धि करता है।
कार्ड ऑन फाइल टोकनाइजेशन क्रिएशन फैसिलिटी बैंक स्तर पर शुरू होगी। इसके बाद एक अकाउंट को कई ई-प्लेटफॉर्म से लिंक किया जाएगा जो कि ऑनलाइन शॉपिंग को आसान बना देगा।