महासमुंद: नगर पंचायत तुमगांव में आयोजित श्रीमद भागवत महापुराण कथा में शामिल हुए किसान नेता अशवंत तुषार साहू कथा सुन मनमुग्ध हुए और कहा कि,कोई आत्मा को आश्चर्य से देखता है कोई उसे आश्चर्य की तरह बताता है तथा कोई इसे आश्चर्य की तरह सुनता है किन्तु कोई-कोई इसके विषय में सुनकर भी कुछ नहीं समझ पाते।
विशाल पशु, विशाल वटवृक्ष तथा एक इंच स्थान में लाखों-करोड़ों की संख्या में उपस्थित सूक्ष्म कीटाणुओं के भीतर अणु-आत्मा की उपस्थिति निश्चित रूप से आश्चर्यजनक है। ऐसे थोड़े से लोग, जो आत्मा के विषय में सुनने के इच्छुक हैं अच्छी संगति पाकर भाषण सुनते हैं, किन्तु कभी-कभी अज्ञानवश वे परमात्मा तथा अणु-आत्मा को एक समझ बैठते हैं। ऐसा व्यक्ति खोज पाना कठिन है जो परमात्मा, अणु-आत्मा, उनके पृथक-पृथक कार्यों तथा संबंधों एवं अन्य विस्तारों को सही ढंग से समझ सके। इससे अधिक कठिन है ऐसा व्यक्ति खोज पाना जिसने आत्मा के ज्ञान से पूरा-पूरा लाभ उठाया हो और जो सभी पक्षों से आत्मा की स्थिति का सही-सही निर्धारण कर सके, किन्तु यदि कोई किसी तरह से आत्मा के इस विषय को समझ लेता है तो उसका जीवन सफल हो जाता है।
श्रीमद भागवत महापुराण के आयोजन करता डुमेन निर्मलकर, सेवाराम निर्मलकर, जासू निर्मलकर, त्रिलोक निर्मलकर, साथ में भरत निर्मलकर फत्ते निर्मलकर ,अरुण विश्वकर्मा भोला महाराज व ग्रामीण जन उपस्थित रहे |