बलरामपुर: डीएवी पब्लिक स्कूल, हुड़को (भिलाई) में आयोजित दो दिवसीय डीएवी नेशनल स्पोर्ट्स मीट – 2022 का हुआ सफल समापन।खेल के इस महाकुंभ में लगभग 95 मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल और अन्य डीएवी पब्लिक स्कूल के 878 प्रतिभागियों समेत 151 शिक्षण कर्मचारियों ने हिस्सा लिया।विभिन्न डीएवी स्कूलों से आए बच्चों ने खेल के प्रति अपने जुनून व उत्साह का जौहर दिखाया।
डीएवी नेशनल स्पोर्ट्स मीट – 2022 के खेल महा संग्राम में जहाँ डीएवी एमपीएस, पतरातु (जिला-बलरामपुर) कक्षा-12वीं के होनहार छात्र सिद्धार्थ लकड़ा ने लौंग जम्प और हाई जम्प में क्रमशः एक गोल्ड और एक सिल्वर मेडल के साथ विद्यालय व जिले का मान बढ़ाया है, वहीं कक्षा 11वीं की छात्रा मीनाक्षी सिंह ने डिस्कस थ्रो और शॉटपुट में क्रमशः एक सिल्वर और एक ब्राउंज मेडल अपने नाम करके अपनी सशक्त जीत का पताका लहराया है। सिद्धार्थ और मीनाक्षी दोनों ने नेशनल खेल प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई कर लिया है। इन बच्चों की विशेष उपलब्धियों से विद्यालय परिवार में हर्ष का माहौल है।दोनों बच्चे अपनी उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता, प्राचार्य, शिक्षकगण तथा विशेष तौर अपने एसकोर्ट टीचर मोहम्मद मनव्वर को दिया।
ग़ौरतलब है कि इस खेल महोत्सव के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री ताम्रध्वज साहू और भारोत्तोलक (राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय) रुस्तम सारंग जी रहे।विशिष्ट अतिथियों में एल.एम.सी. डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल हुड़को के चैयरमैन पीके झा, एल.एम.ए. मेंबर सरिता श्रीवास्तव, हेमचंद विश्वविद्यालय के डीन प्रशांत श्रीवास्तव शामिल रहे।साथ ही आयोजन की अध्यक्षता डीएवी पब्लिक स्कूल, हुड़को भिलाई के प्राचार्य तथा उप-क्षेत्रीय अधिकारी प्रशांत कुमार ने की दो दिवसीय खेल महोत्सव के शुरूआती हिस्से में छत्तीसगढ़ राजकीय गीत अरपा पैरि की धार एवं डीएवी गान की सुंदर प्रस्तुति हुई। इस मौके पर मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ।नन्हें छात्र-छात्राओं ने नयनाभिराम सांस्कृतिक प्रस्तुति देकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
डीएवी नेशनल स्पोर्ट्स मीट – 2022 में चयनित खिलाड़ियों को भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त एस.जी.एफ.आई का सर्टिफिकेट दिया जाएगा, जो बच्चों के कैरियर में अहम किरदार अदा करेगा। एस.जी.एफ.आई का मुख्य दृष्टिकोण भारत में एक मजबूत, जीवंत और समग्र शारीरिक शिक्षा और स्कूली खेल गतिविधियों की व्यवस्था करना है, ताकि प्रत्येक व्यक्ति को भारत में खेल क्षेत्र को विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।
उक्त खेल महोत्सव के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रेमसाय सिंह (शिक्षा मंत्री, छत्तीसगढ़ शासन) की गरिमामयी उपस्थिति बनी रही। विभिन्न खेलों में शामिल हुए प्रतिभागी बच्चे, जिन्होंने अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन करके अपने स्कूल, कलस्टर व परिवार का नाम रौशन किया है, उन प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान हासिल करने वाले बच्चों को क्रमशः गोल्ड, सिल्वर एवं ब्रॉन्ज मेडल से नवाज़ा गया।इनमें से प्रथम तथा द्वितीय स्थान पर रहने वाले बच्चे अब राष्ट्रीय स्तरीय खेल महाकुंभ में अपना दमखम दिखाते नज़र आएँगे।
इस कार्यक्रम में ताम्रध्वज साहू (गृहमंत्री, छत्तीसगढ़ शासन) ने ध्वजारोहण करके मशाल प्रज्जवलित की। साथ ही सभी पाँच क्लस्टरों के प्रतिभागियों द्वारा मार्च पास्ट के माध्यम से अतिथियों को सलामी पेश की गई। खेल महोत्सव कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रशांत कुमार ने स्वागत भाषण में कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का विकास पूर्ण रूप से हो रहा है।इसमें राज्य सरकार का भी पूर्ण योगदान मिल रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों में चेतना जागी है तथा लोग जागृत हो रहे हैं। डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल के ग्रामीण अंचलों से निकलकर आए बच्चों की प्रतिभा निखर कर सामने आ रही है तथा साथ ही आई.आई.टी., मेडिकल, इंजीनियरिंग, वकालत इत्यादि क्षेत्रों में इनका चयन हो रहा है। बच्चों को शुभकामनाएँ प्रेषित करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का इसी तरह से सहयोग मिलता रहा तो सभी विद्यालयों के बच्चे अपने उज्ज्वल भविष्य और सर्वांगीण विकास की ओर बढ़ते रहेंगे।
मंत्री ताम्रध्वज साहू ने अपने उद्बोधन में कहा कि बच्चों के जीवन में खेल का विशेष महत्व होता है। इस तरह के खेल से बच्चों का सर्वांगीण विकास तो होता ही है साथ ही उनमें भाईचारे की भावना भी पनपती है । उन्होंने आगे कहा कि डीएवी स्कूल प्रबंधन अपनी एक अच्छी पढ़ाई के साथ-साथ संस्कार के लिए भी जानी जाती है। निश्चित तौर पर छत्तीसगढ़ में डीएवी स्कूल की एक अलग व विशिष्ट पहचान है।
अंतर्राष्ट्रीय भारोत्तोलक रुस्तम सारंग ने अपनी बातों पर ज़ोर देकर कहा कि अनुशासन किसी भी खेल के लिए आवश्यक आधार है। क्योंकि ये एथलीटों के चरित्र का निर्माण करता है ताकि उन्हें ध्यान केंद्रित करने और बिना विचलित हुए अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की क्षमता प्राप्त करने में मदद मिल सके।उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की जीत और खेल के मैदान पर उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन ने अन्य क्षेत्रों में भी राष्ट्र की सफलता का मार्ग प्रशस्त किया।