Siddha Baba Temple: छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में स्थित सिद्ध बाबा मंदिर वास्तव में एक अद्वितीय और आकर्षक स्थल है। पहाड़ की चोटी पर स्थित यह मंदिर न केवल भक्तों के लिए एक पवित्र स्थल है, बल्कि पर्यटकों के लिए भी एक आकर्षक गंतव्य है। यह धाम अपनी सुंदरता और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है, जो लोगों को आकर्षित करता है। यहाँ के भक्तों की श्रद्धा और आस्था देखकर लगता है कि यहाँ वास्तव में भगवान की शक्ति और कृपा है।
यह धाम छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से करीब 290 किलोमीटर दूर मनेन्द्रगढ़ में स्थित है, जो इसे एक दूरस्थ और शांत स्थल बनाता है। यहाँ के आसपास के क्षेत्र में प्राकृतिक सौंदर्य और आकर्षक दृश्य हैं, जो पर्यटकों के लिए एक आकर्षक अनुभव प्रदान करते हैं। सिद्ध बाबा मंदिर के बारे में यह मान्यता बहुत ही रोचक और प्रेरणादायक है। यह मान्यता है कि सिद्ध बाबा सांप के रूप में भक्तों के सामने आते हैं और कभी-कभी बाबा के रूप में भक्तों को दर्शन देते हैं। यह मंदिर छत्तीसगढ़ में बहुत ही प्रसिद्ध हो रहा है क्योंकि सिद्ध बाबा धाम को लेकर मान्यता यह है कि यहां हर किसी की मनोकामना पूरी होती है। यहां आने वाले भक्तों का कहना है कि यहां दैवीय शक्ति विराजमान है और जो भी भक्त यहां सच्चे मन से प्रार्थना करता है, उसकी मनोकामना बाबा जरूर पूरी करते हैं।
यह मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह एक ऐसा स्थल भी है जहां लोग अपनी आस्था और विश्वास को मजबूत बना सकते हैं। यहां की शांत और पवित्र वातावरण लोगों को आत्मिक शांति और सुकून प्रदान करती है। सिद्ध बाबा मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह एक प्राकृतिक सौंदर्य का भी एक अद्वितीय उदाहरण है। सिद्ध बाबा की पहाड़ियों में बसे होने के कारण यहां का दृश्य बहुत ही आकर्षक है। यहां की पहाड़ियों के ऊपर से दिखने वाला नजारा वास्तव में बेहद ही शानदार है। हरी-भरी फसलों की खेती और पहाड़ियों की हरियाली एक अद्वितीय दृश्य प्रस्तुत करती है। यहां का प्राकृतिक सौंदर्य पर्यटकों को आकर्षित करता है और वे बार-बार यहां आना चाहते हैं।
इसके अलावा, यहां का शांत और प्राकृतिक वातावरण लोगों को पिकनिक मनाने के लिए भी आकर्षित करता है। यहां के आसपास के क्षेत्र में कई प्राकृतिक स्थल हैं जो पर्यटकों के लिए एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करते हैं। मनेन्द्रगढ़ के सिद्ध बाबा धाम के मंदिर को लेकर बताया जाता है कि यह मंदिर ऐतिहासिक है। इसके आसपास कुछ शिलालेख भी मौजूद हैं। यह शिलालेख बताते हैं कि यह मंदिर अपने आप में कितना प्राचीन है। यह पूरा इलाका आदिवासियों का है, यहां आदिवासी समुदाय के लोग मंदिर के आसपास रहते हैं। आदिवासी इलाकों के बीच यह मंदिर होने की वजह से यहां सिद्ध पूजा भी की जाती है। हाल ही में मनेंद्रगढ़ वनमंडल में सिद्ध बाबा पहाड़ शिव मंदिर स्थानीय लोगों की आस्था का एक बड़ा केंद्र है। स्थानीय लोगों के द्वारा लंबे समय से यहां पर विकास कार्यों की मांग की जाती रही है। लोगों की मांग को देखते हुए मंदिर के विकास कार्यों के लिए मनेंद्रगढ़ के स्थानीय विधायक एवं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने वन विभाग से राशि आवंटित करने की मांग रखी थी। श्याम बिहारी जायसवाल की पहल पर वन विभाग ने पर्यावरण वानिकी योजना अंतर्गत ईको पर्यटन केंद्र एवं दार्शनिक स्थलों से संबंधित विकास कार्यों के लिए बजट आवंटन जारी किया है। इस बजट आवंटन में मनेंद्रगढ़ वनमंडल मे स्थित सिद्ध बाबा पहाड़ शिव मंदिर के विकास कार्यों के लिए 74 लाख रूपए की राशि स्वीकृत की गई है। इस राशि से मंदिर परिसर में रोपड़, पेयजल व्यवस्था एवं अन्य जन सुविधाओं का विकास होगा। इन विकास कार्यों से सिद्ध बाबा पहाड़ शिव मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं एवं स्थानीय लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी। स्थानीय लोगों ने मंदिर के विकास के लिए 74 लाख रूपए की राशि स्वीकृत होने के बाद स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल का आभार प्रकट किया है।