सूरजपुर:-छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर 1 नवम्बर को सूरजपुर के बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय स्टेडियम मैदान में राज्योत्सव का आयोजन किया जाएगा। राज्योत्सव के मुख्य अतिथि धर्मजयगढ विधायक लालजीत सिंह राठिया होंगे। एक दिवसीय राज्योत्सव में इस बार छत्तीसगढ़ की कला-सांस्कृति पर आधारित खूबसूरत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की छंटा बिखरेगी । प्रत्येक विकासखंड से 2-2 सांस्कृतिक नृतक दल की प्रतियोगिता रखी गयी है। कार्यक्रम में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम स्वप्नील जायसवाल, नावेद खान, सुधीन दास के दल द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा। राज्योत्सव में कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया है जिसमे प्रसिद्ध कवि अमन अक्षर, अशोक चारण,अभय सिंह निर्भीक, श्री आलोक शर्मा एवं श्याम कश्यप बेचौन शामिल होंगे। कार्यक्रम की प्रस्तुति दोपहर 2 बजे से प्रारंभ होगी। वहीं समस्त कार्यक्रम निरंतर जारी रहेंगी साथ ही प्रख्यात कवियों की प्रस्तुति रात्रि 8 बजे से प्रारंभ होगी।
कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह ने राज्योत्सव महोत्सव स्थल में लोगों को सुविधा उपब्लब्ध कराने को ध्यान रखते हुए प्रवेश द्वार बनाने, व्हीआईपी, अधिकारी कर्मचारी,मीडिया एवं आम नागरिकों के लिए बैठक व्यवस्था, पार्किंग सहित विभिन्न व्यस्थाओं के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। व व्यवस्था सुनिश्चित करने कहा। उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं आकर्षक साज सज्जा फूड स्टॉल की भी जानकारी ली। उन्होंने जनसुविधा को ध्यान में रखते हुए बायो टॉयलेट, लाइटिंग, पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करने कहा। उन्होंने शासन की कल्याणकारी योजनाओं का विभिन्न विभागों द्वारा लगाये स्टॉल का जायजा लिया। स्टॉल में नागरिकों को शासकीय योजनाओं तथा उपलब्धियों की जानकारी मिलेगी। वहीं राज्योत्सव में कृषि, उद्यानिकी, महिला एवं बाल विकास विभाग, जनसंपर्क विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, शिक्षा विभाग, लोक स्वास्थ्य यंत्रिकी, वन विभाग, मत्स्य पालन, पशु चिकित्सा, अनुसूचित जाति एवं जनजाति विभाग, सहकारिता एवं श्रम विभाग, क्रेडा विभाग, लीड बैंक, खनिज विभाग, जिला सेनानी, रेशम विभाग, लाइवीहुड कॉलेज, जलसंसाधन विभाग, खाद्य विभाग, समाज कल्याण, स्वाहायता समूह सहित विभिन्न विभागों के द्वारा स्टॉल लगाया गया है।
इस दौरान जिला पंचायत सीईओ राहुल देव, एसडीएम रवि सिंह, डिप्टी कलेक्टर उत्तम रजक सिंह, सहित अन्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।