सूरजपुर: सूरजपुर जिले के रामानुजनगर ब्लाक के ग्राम पंचायत परशुरामपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मे नर्सों के द्वारा डिलीवरी कराने से किया मना। गर्भवती महिला दर्द से तड़पती रही।
दरअसल ग्राम पंचायत परशुरामपुर ब्लाक रामानुजनगर (श्रीनगर) के हेल्थ एंड वेलनेश सेंटर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मे बीती रात्रि करीब एक बजे ग्राम सुरता से 7 लोग 1 महिला की डिलेवरी के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परशुरामपुर में लाया। जब वहां पहुचे तो हॉस्पिटल अंदर से बंद था वहां आवाज दिया गया तो हॉस्पिटल के एक कर्मचारी दिखा जो वहां का पहरेदार या काम करने वाला था महिला गर्भवती थी लेकिन उसको देखने वाला वहां पर कोई नहीं था पहरेदार से पता चला कि हां हॉस्पिटल में भी कोई स्टाफ नहीं है, तब वहां महिला के पति और ऑटो चालक के साथ हॉस्पिटल के स्टॉफ को कॉल किया तो उन्हें मना कर दिया गया कि हम हॉस्पिटल अभी नहीं जायेंगे इसके बाद ऑटो ड्राइवर और गर्भवती महिला के पति उनको उनके घर पर लेने चले गए फिर भी हॉस्पिटल के स्टाफ ने मना कर दिया कि हम अभी रात में नहीं जाएंगे और आप लोग चाहे तो श्रीनगर रामानुज नगर या फिर सूरजपुर ले जा सकते हैं, मनमाना हो क्या यह कोई आने का समय है आप लोग को जहां जाना है चले जाओ ये कोई डिलेवरी का समय है और ये कोई समय है हॉस्पिटल आने का यह कहते हुए उन्हें भगा दिया। महिला के पति और ऑटो ड्राइवर फिर वापस हॉस्पिटल आ गए और उनके पहुंचते ही बच्चे जन्म हो गया अगर अपने साथ दाई को लेकर नहीं लाये होते और मितानिन नहीं होते तो पता नहीं उनकी डिलीवरी कौन कराया होता मितानिन और दाई ने मिलकर डिलीवरी कराया हॉस्पिटल सिर्फ देखने के लिए है या फिर मरीजों की इलाज के लिए, सरकार को कुछ स्टाफ यहां पर और देनी चाहिए ताकि रात को भी एमरजेंसी मे लोगों को सेवा दी जाए आला अधिकारी रामानुज नगर और सूरजपुर में सो रहे हैं। यहां हॉस्पिटल में क्या हो रहा है उनके उनको कोई जानकारी नहीं कौन ड्यूटी पर आ रहा है कौन ड्यूटी पर नहीं आ रहा है कुछ खबर नहीं मनमानी तरीके से ड्यूटी चल रहा है लोगों की मांग है कि यहां के जो स्टाफ है उनकी स्थानान्तरण किया जाये। यहाँ पर दूसरे लोगो को भेजा जाए ताकि आधी रात को भी वह सेवा दे पाए देखते है अब भी स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी एसे ही सोते रहते है या फिर कोई कार्रवाई करते हैं गांव वालों का कहना है अगर कोई करवाई नहीं हुई तो पुरे गांव वाले मिलकर धरना प्रदर्शन करेंगे।