कोरिया। पुलिस अधीक्षक  सूरज सिंह परिहार के निर्देशानुसार सड़क सुरक्षा और यातायात अनुशासन को बढ़ावा देने के लिए स्कूली बसों का औचक निरीक्षण किया गया। 02 सितंबर 2024 को बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर स्कूली बसों पर विशेष जांच अभियान चलाया गया, जिसमें केंद्रीय विद्यालय बैकुंठपुर की 05 बसों में विभिन्न कमियाँ पाई गईं। इन कमियों के कारण माननीय उच्चतम न्यायालय के दिशा-निर्देशों का सही तरीके से पालन नहीं हो रहा था। परिणामस्वरूप, हर बस पर 2-2 हजार रुपये का चालान किया गया और 15 दिनों के भीतर सभी खामियों को सुधारने का निर्देश दिया गया है।

बसों में पाई गई मुख्य कमियाँ:

1. बसों पर “On School Duty” न लिखा होना
2. खिड़कियों पर जाली का अभाव
3. प्राथमिक उपचार पेटी और अग्नि समन यंत्र न होना
4. प्रशिक्षित परिचारक और महिला स्टाफ की अनुपस्थिति
5. 5 वर्षों के अनुभव वाले चालक न होना

जाँच के दौरान सभी बसों को पुलिस लाइन ग्राउंड बैकुंठपुर में लाकर बस चालकों को पुनः उच्चतम न्यायालय के निर्देशों की जानकारी दी गई। इसके अलावा, निर्देश दिए गए कि 12 साल से पुरानी बसों का संचालन नहीं होगा और सभी कागजात वैध व पूर्ण होने चाहिए।

गौरतलब है कि 16 अप्रैल 2024 को आयोजित एक बैठक में विद्यालय प्राचार्यों को चालक एवं परिचालकों की सुरक्षा जिम्मेदारियों और बसों में सुरक्षा उपायों के बारे में विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए थे। इसके बाद, पुलिस वाहन शाखा द्वारा 17 स्कूली बसों की जांच की गई थी, जिसमें 08 बसों में कमियाँ पाई गई थीं और उन्हें ठीक करने के निर्देश दिए गए थे। जाँच अभियान के दौरान पॉइंट ड्यूटी में मालवाहक वाहन पिकअप क्रमांक CG 16 CP 3581 में सवारी परिवहन करते पाए जाने पर 5000 रुपये का समन शुल्क भी वसूला गया।

इस कार्यवाही के दौरान यातायात प्रभारी रक्षित निरीक्षक विपुल आनंद जांगड़े, सउनि किशुन राम भगत एवं यातायात स्टाफ उपस्थित रहे। पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया कि स्कूली बच्चों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।

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