बलरामपुर।बलरामपुर जिले के वाड्र्फनगर अंग्रेजी शराब दुकान में हंगामा ने नया मोड़ ले लिया है। बीते तीन दिन पहले शराब दुकान में जिला आबकारी अधिकारी के द्वारा शराब दुकान में सीसीटीवी बंद कर कर्मचारियों से मारपीट एवं पैसा लूटने के मामले में एक नया मोड़ ले लिया है। इस पर प्लेसमेंट के कर्मचारियों को फर्जी बताया गया है जिला आबकारी अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि प्लेसमेंट कर्मचारियों नियमों का पालन नहीं करते हुए यहां पर कार्य कर रहे थे जिससे शासन को बड़ी क्षति होने की अंदेशा थी। जिस पर जांच के दौरान कार्यमुक्त तीनों प्लेसमेंट कर्मचारी व मुख्य साजिशकर्ता पूर्व निष्कासित जिला ऑर्डिनेटर सुनील प्रसाद व अभिषेक रंजन का नाम विभागीय काली सूची में नाम डालने की विभागीय कार्रवाई की जानकारी दी गई है जांच दल के सत्यापन में कार्यमुक्त तीनों दुकान कर्मी झारखंड व बिहार के रहने तथा उनकी शैक्षणिक योग्यता पद के अनुरूप नहीं होने के बावजूद पूर्व कोडिनेटर एवं अभिषेक रंजन द्वारा लिए गए पैसे की वापसी का अनुरोध लिखित रूप से की गई है। वही अभी वहीं दूसरे के बहकावे में आकर विभाग और प्लेसमेंट कर्मचारियों के ऊपर आरोप लगा रहे हैं। लगातार मामले में जांच की जा रही है वहीं दुकान से लगभग 84 हजार रुपए के मदिरा की कमी पाई गई है जिसकी जांच की जा रहीं है सत्यापन होने पर प्रावधान अनुसार प्लेसमेंट कम्पनी से वसूली की अनुशंसा विभाग के द्वारा की जायेगी।
जिले के अधिकारी क्या कहते हैं?
छत्तीसगढ़ प्लेसमेंट महाप्रबंधक शैलेश रंजन ने कहा कि ज़िले के आबकारी अधिकारी के द्वारा मामले में गंभीरता से जांच की जा रही है और जो नियमों का उल्लंघन किया गया है उसके विरुद्ध सम्बन्धितों के ऊपर विभागीय प्रावधान अनुरूप काली सूची में नाम डालने कार्रवाई की जाएगी, लगातार मामले की जांच चल रही है, जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि समय रहते मामले की जानकारी मिल जाने से राजस्व की बड़ी नुकसान होने से बचा लिया गया है।
जिले के आबकारी अधिकारी एस.के. सूर्यवंशी ने कहा कि जांच के दौरान लोगों के द्वारा अनावश्यक दूसरे के के अनुसार आरोप लगाया जा रहा है। कर्मचारियों के द्वारा गलत तरीके से नियुक्ति किया गया है। उन्ही के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है।