लोक निर्माण विभाग के ईई संतोष गुप्ता बोले मैं बाइट देने के लिए अधिकृत नही हूं आप सीई से बात कर ले

बलरामपुर/बरियों।बलरामपुर जिले के बरियों में संचालित स्वामी आत्मानंन्द उत्कृष्ट विद्यालय हिंदी माध्यम के विद्यार्थी जर्जर भवन में पढ़ने को मजबूर है।” सीजीएमपी न्यूज ” में समाचार प्रकाशित के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने संज्ञान में लिया, 32 लाख रुपए में 8 साल पहले बनी बिल्डिंग को तोड़कर अब 1 करोड़ 21 लाख रुपए का स्कूल बनाने व स्कूल दो पाली में लगाने को दिए निर्देश।


” सीजीएमपी न्यूज़ में समाचार स्वामी आत्मानंन्द उत्कृष्ट हिंदी माध्यम के विद्यार्थी जर्जर भवन में पढ़ने को मजबूर, छत से टपक रहा पानी” शीर्षक नामक समाचार प्रमुखता से प्रकाशित के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने संज्ञान में लिया, 32 लाख में 8 साल पहले बनी बिल्डिंग इतना घटिया जर्जर था कि अब उसे तोड़कर 1 करोड़ 21 लाख रुपए का स्कूल बनाने व स्कूल दो पाली में लगाने को निर्देश दिए। आश्चर्य की बात यह है कि लोक निर्माण विभाग के द्वारा ठेकेदार को लाभ पहुचाने के लिए इतना घटिया निर्माण कार्य कराया जा रहा कि बिल्डिंग 8 साल में डिस्मेंटल करना पड़ रहा है। घटिया बिल्डिंग बनाने वाले ठेकेदार के ऊपर कार्रवाई न राशि वापसी की मांग की जा रही। अधिकारी -कर्मचारी मुख्यालय में बैठकर मेजरमेंट कर रहे हैं। लोक निर्माण विभाग के एक जवाबदार अधिकारी ईई संतोष गुप्ता से पूछा गया कि बिल्डिंग का अवधि कितने साल की होती तो उन्होंने जवाब देने से पहले अपना पला झाड़ लिए बोले मैं बाइट देने के लिए अधिकृत नही हूं आप सीई से बात कर ले, लोक निर्माण विभाग में करोड़ो रुपए के निर्माण कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। इसके जिम्मेदार ठेकेदार और अधिकारी -कर्मचारी है।

आपको बता दें बरियों में स्वामी आत्मानंन्द उत्कृष्ट विद्यायल हिंदी माध्यम संचालित है भवन मरम्मत कार्य के लिए ग्राम पंचायत बरियों को एजेंसी बनाकर पहला 15 वें वित्त से 4 लाख 61 हजार रुपए, दूसरा खनिज न्यास मद से 2 लाख 96 हजार रुपए, तीसरा खनिज न्यास मद से 67 हजार रुपए व खनिज न्यास मद से 95 हजार रुपए मरम्मत कार्य के नाम दिखाकर स्कूल के दीवार पर कार्य स्वीकृति 2022-23, कार्य प्रारंभ 22 फरवरी 2023 व कार्य पूर्ण 13 जुलाई 2023 स्कूल के दीवार पर लिखवा दिया गया है। हकीकत यह है कि 8 कमरे मरम्मत निम्नस्तर का कराया गया है, मरम्मत कार्य में तीन कोड के स्थान पर एक कोड पोताई कर शासकीय राशि को ग़बन करने में लगे हुए हैं, कमरे मरम्मत किए उसमें भी दरारें पड़ चुके हैं। विज्ञान कक्ष का आज तक ढलाई नहीं हो पाया छत से पानी टपक रहा है। पुराने 11 कमरे व 5 अतिरिक्त कक्ष अपूर्ण पड़ा हुआ है। कक्षा 9 वीं में 50, 10 वीं में 52, 11 वीं में 50 व 12 वीं में 70 विद्यार्थी हैं।

प्रिंसिपल सुशीला मिंज ने बताया कि समाचार प्रकाशित होने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूल को दो पाली में लगाने को निर्देश दिए, 8 कमरे को मरम्मत कराया गया है मरम्मत के बाद भी कमरे में दरारे पड़ चुके है, पुराने 11 कमरे व 5 अतिरिक्त कक्ष अपूर्ण पड़ा हुआ है। विज्ञान वाले कक्ष ढलाई नहीं होने से छत से पानी टपक रहा है।

Leave a reply

Please enter your name here
Please enter your comment!