अंबिकापुर: सरगुजा जिले  सीतापुर   थाना अंतर्गत एक युवक की हत्या कर उसके शव को ओवरहेड टैंक के नीचे छिपाने के मामले में सरगुजा पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने युवक की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद मामले को भटकाने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस की सख्त कार्रवाई और तकनीकी जांच के बाद हत्या का खुलासा हुआ।

जानकारी के अनुसार सलीमा लकड़ा ने 20 जुलाई को थाना सीतापुर में अपने पति दीपेश उर्फ संदीप लकड़ा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। उसने बताया कि 7 जून को ठेकेदार प्रत्युश पांडे और उसके साथियों ने दीपेश का अपहरण किया और उसके बाद वह वापस घर नहीं आया। इस पर पुलिस ने धारा 365, 323 भादवि और एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल के निर्देशन में नगर पुलिस अधीक्षक रोहित शाह के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया। जांच में साइबर सेल की मदद से आरोपियों की गतिविधियों पर नजर रखी गई और उनकी तकनीकी जानकारी जुटाई गई। जांच के दौरान आरोपियों के बयानों में भिन्नता पाई गई, जिसके बाद सख्ती से पूछताछ की गई।पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि दीपेश को लोहा और छड़ चोरी करने के संदेह में 7 जून को मारपीट की गई थी। उन्होंने उसे सीतापुर के गोदाम में बंद कर दिया, जहां 8 जून को उसकी मृत्यु हो गई। इसके बाद शव को लुरेना गांव में एक ओवरहेड टैंक के नीचे छिपा दिया गया। शव को जेसीबी से गड्ढा खोदकर उसमें दबा दिया और उसके ऊपर क्रांकिट की ढलाई कर दी गई।

आरोपियों की निशानदेही पर मृतक का शव बरामद कर लिया गया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में प्रत्युश पांडे, गुड्डू कुमार, तुलेश्वर तिवारी और शैलशक्ति साहू शामिल हैं। इनके खिलाफ 302 और 201 भादवि के तहत मामला दर्ज किया गया है।

इस में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस पूरे मामले में साइबर सेल और पुलिस की विशेष टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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