अंबिकापुर/सूरजपुर।सूरजपुर जिले के जयनगर थाना अंतर्गत बंगालीपारा मदनपुर लकवा अस्पताल संचालक से चार तथाकथित पत्रकारों ने डरा धमकाकर कर एक लाख चालीस हजार रुपए की अवैध वसूली की है। अस्पताल संचालक ने जयनगर थाना में ज्ञापन सौंप पत्रकारों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।

ग्राम बंगालीपारा मदनपुर निवासी 36 वर्षीय संजय कुमार पंडित पिता रामनारायण पंडित ने पुलिस थाना पहुंच आवेदन पत्र प्रस्तुत कर कहा कि मदनपुर में लकवा अस्पताल संचालित है जिसका मेरे द्वारा संचालन किया जाता है, 11 अगस्त 2024 की सुबह करीब साढ़े नौ बजे आशिफ़ अली व तीन अज्ञात व्यक्ति निवास स्थान मदनपुर पहुंचे और आशिफ अली बोला कि तुम अस्पताल के आड में सभी मरिजों से पैसा लुटते हो धर्म परिर्वतन करवाते हो कहते हुए मरीज जो अस्पताल में भर्ती है उनका वीडियो बनाने लगा और बोलो कि उनको सुविधा नही देते हो हमारे पास बजरंग दल वाले सम्पर्क में है काली मंदिर के पास बैठे है। एक फोन करने के बाद पहुंचकर अस्पताल का तोडफोड कर देंगे। चार व्यक्ति में से एक व्यक्ति बोला पैसा जमा कर मैटर को क्लोज कर दो दवाव बनाने हुए पैसे कि मांग करने लगे बोले तत्काल पैसे का व्यवस्था करके दो नही तो तुम्हारा अस्पताल बंद करावा देंगे। जिससे अस्पताल संचालक बहुत डर गया इसके बाद पत्नी व बच्चे डर से घर के कमरे का दरवाजा बंद कर लिए।अस्पताल संचालक द्वारा लोगो को बोला गया कि हॉस्पिटल का दस्तावेज है तो उसमें से एक व्यक्ति बोला की तुम्हारा जो अस्पताल बना है उसमें डायर्वसन नही हुआ है नुकशान हो जाएगा कहते हुए 7 लाख रुपए की मांग किया। 50 हज़ार रुपए नगद ले लिए। इसके बाद चारो चले गए दूसरे दिन शाम करीब 4 बजे तीन लोग हुडई कार कमांक सीजी 15 डीएक्स 5991 से पहुंचे। कार के सामने स्टेट हेड छत्तीसगढ का बोर्ड लगा हुआ था और अपने हाथ में तीन चार मीडिया के माइक पकडे हुए थे। आशिफ अली बोला अवैध हॉस्पिटल चलाते हो और धर्म परिर्वतन कराते हो बचा हुआ पैसा मांगने लगा 15 हज़ार रुपए नगद व फोन पे मोबाइल नम्बर 8821840080 से 7770830888 पर 50 हज़ार, दूसरी बार 25 हज़ार रुपए लिया है। बाकी और पैसे को मोबाइल नम्बर  6268429050 पर फोन पे करने को कह रहा है। अस्पताल संचालक ने तथाकथित पत्रकारों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।

सरगुज़ा संभाग में पत्रकारों की बाढ़ सी आ गई

सरगुज़ा संभाग में पत्रकारों की बाढ़ सी आ गई है हर एक दूसरे व्यक्ति अपने आपको पत्रकार बताता है और अधिकारियों- कर्मचारियों पर अपनी धौस जमाते हुए नजर आता हैं ऐसे तथाकथित लोगों के कारण पत्रकारिता बदनाम हो रही है ये लोग कोई पत्रकार नहीं है और ना ही पत्रकारिता का अता पता है जब भारत देश आजाद हुआ तो सबसे बड़ी चुनौती थी कि व्यवस्था किस प्रकार से चले तब हमारे महापुरुषों ने संविधान का निर्माण किया और देश में लागू किया इसके कई अंग बनाए गए जिसमें न्यायपालिका कार्यपालिका, विधायिका व चौथा स्तम्भ मीडिया है। लेकिन कुछ समय से ऐसा लग रहा है कि चौथा स्तम्भ ही सब कुछ है लेकिन कार्यशैली की बात करें तो कुछ भी नहीं है। तथाकथित पत्रकार को अपने कार्य को न समझते हुए चंद रुपयों के लालच में शासन-प्रशासन की चाटुकारिता में नतमस्तक हो जाना यह दर्शाता की स्थिति बेहद भयानक रूप कर चुकी है इस प्रकार का यह कार्य देश के लिए बेहद खतरनाक है। आपको बतादे आज पत्रकारिता में ऐसे लोगों का पदार्पण हो रहा है जो कि पत्रकारिता में ऐ से जेड तक नहीं जानते इन्हें सिर्फ ये पता है कि किसी भी पेपर या न्यूज एजेंसी, पोर्टल, यूट्यूब चैनल की एजेंसी ले लो और फिर जमकर भ्रष्टाचार करो ठेकेदार बन जाओ इन्हें रोकने व टोकने वाला कोई नहीं है क्योंकि ये पत्रकार हैं इन्हें देश की जिम्मेदारी जो दी गई है ये कुछ भी कर सकते हैं किसी को भी धमका सकते हैं, अवैध कार्य कर सकते हैं या फिर उन कार्यों में लिप्त लोगों को संरक्षण दे सकते हैं।

शासन और प्रशासन को देना चाहिए ध्यान ?

सरगुज़ा संभाग के अंबिकापुर, सूरजपुर व बलरामपुर जिले में कुछ तथाकथित पत्रकारों ने वेब पोर्टल, यूट्यूब को काली कमाई का अड्डा बना दिया है। सरगुज़ा संभाग के शहरों में तथाकथित पत्रकारों का धड़ल्ले से चल रहा है इस ओर शासन- प्रशासन को ध्यान देना चाहिए।इसका फायदा तथाकथित पत्रकारों के द्वारा उठाया जा रहा है।

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