बैकुंठपुर:- कोरिया जिले के बैकुंठपुर की एक युवक ने फर्जी तरीके से नेट बैंकिंग एक्टिव कराकर 3 लाख अपने खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर करा लिया था. उसके छोटे भाई ने जब बैंक का स्टेटमेंट निकलवाया तो खाते से 3 लाख रुपए गायब थे.इसकी रिपोर्ट उसने थाने में दर्ज कराई. पीडि़त की रिपोर्ट पर जांच पश्चात पुलिस ने डेढ़ साल बाद आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
वर्ष 2020 में आरोपी सतीश सिंह के खिलाफ धारा 420 तहत अपराध पंजीबद्ध हुआ था। पीडि़त सुब्रत कुमार दास एसईसीएल से रिटायर्ड कर्मी हैं.
उनका भाई शेखर कुमार एसईसीएल चरचा में नौकरी करते हैं। बैकुंठपुर अग्रवाल सिटी में जमीन क्रय व घर बनाने स्टेट बैंक शाखा चरचा से 6 लाख रुपए लोन स्वीकृत कराने आवेदन दिया था.
उनका भाई शारीरिक रूप से कमजोर होने के कारण लोन पास कराने के लिए संपूर्ण दस्तावेज अपने साथ लेकर अपने पड़ोसी सतीश सिंह के साथ चरचा बैंक गया था
उसी समय सतीश सिंह लोन संबंधी कागजात व उसका भाई का मोबाइल अपने पास रखकर बैंक में चेक कराने की बात कही और लोन दस्तावेज में सहित अन्य जगह हस्ताक्षर कराया. साथ ही मोबाइल में नेट बैंकिंग भी स्वेच्छा से चालू करा कर पुन: भाई को मोबाइल दिया था.
स्टेटमेंट निकलवाया तो हुआ खुलासा
भारतीय स्टेट बैंक बैकुंठपुर से भाई के साथ 21 जनवरी 2020 को स्टेटमेंट निकलवाने गया, तब लोन राशि में 3 लाख रुपए गायब होने की जानकारी मिली. आरोपी सतीश सिंह द्वारा नेट बैंकिंग के माध्यम से भाई की बिना सहमति उसे धोखा देकर बेईमानी से आधा राशि आहरण कर लिया गया था.प्रार्थी की रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था. मामले में करीब डेढ़ साल बाद आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया.