
रायपुर: कोई बच्चा शिक्षा से वंचित ना हो, इसलिए “शिक्षा के अधिकार अधिनियम” के बेहतर क्रियान्वयन हेतु छत्तीसगढ़ राज्य के सभी 32 जिलों के, शिक्षा के अधिकार अधिनियम के नोडल अधिकारियों एवं प्राचार्य गणों का प्रशिक्षण, शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय शंकर नगर रायपुर में लोक शिक्षण संचालनालय रायपुर के तकनीक समूह दिया गया । प्रशिक्षण सत्र में शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय रायपुर के प्राचार्य डॉ योगेश शिवहरे ने वर्तमान में आरटीई के पोर्टल में हुए परिवर्तन,व आरटीई के क्रियान्वयन में आने वाली समस्याओं एवं आरटीआई से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से जानकारी दी ।
प्रशिक्षण में सीटीई के उपप्राचार्य डॉ. आलोक शर्मा ने बताया कि बच्चे के स्कूल में प्रवेश हेतु आरटीई के माध्यम आवेदन प्रस्तुत करते हैं तो पोर्टल पर छात्र व प्रवेश लेने वाले विद्यालय की समस्त जानकारी प्रविष्ट कर,नोडल द्वारा सत्यापन करके, विद्यालय चयन हेतु लाटरी प्रक्रिया से आबंटन किया जाता है तत्पश्चात आबंटित स्कूल में प्रवेश लेने की समस्त जानकारी को आर टी ई के पोर्टल में अपलोड करना होता है। डीपीआई के तकनीकी विशेषज्ञ समूह द्वारा, प्रशिक्षार्थियों के शंकाओं का समाधान करते हुए *ड्राॅप आउट विद्यार्थियों का ट्रैकिंग कर उसे भी पोर्टल में अपलोड करने प्रशिक्षित किया प्रतिदिन दो सत्रों में,प्रथम दिवस बलरामपुर, सूरजपुर, महेन्द्रगढ़ -चिरमिरी-भरतपुर, अंबिकापुर, कोरिया जशपुर, जगदलपुर, कांकेर, कोण्डागांव, दंतेवाड़ा,नारायणपुर, बीजापुर,सुकमा, जांजगीर-चांपा,सक्ति, रायगढ़,कोरबा, बिलासपुर,सारंगढ़-बिलाईगढ, मुंगेली तथा द्वितीय दिवस बेमेतरा,बालोद,दुर्ग, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, राजनांदगांव,मोहला-मानपुर-अंबागढ चौकी, कवर्धा, रायपुर, बलौदाबाजार-भाटापारा, महासमुंद, धमतरी, गरियाबंद जिले के नोडल अधिकारी ने आरटीई के विभिन्न मुद्दों पर प्रशिक्षण प्राप्त किया ।