रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव में नक्सलियों की धमकियों और हिंसक प्रयासों के बावजूद लोकतंत्र का जज्बा हावी रहा। नक्सली संगठनों ने जनता को मतदान से दूर रखने के लिए धमकियां दीं, पेड़ गिराकर रास्ते बंद किए, और बम लगाए जाने की खबरें भी आईं। लेकिन मतदाताओं का उत्साह देखने लायक था। सभी बाधाओं के बावजूद मतदान केंद्रों पर बड़ी संख्या में लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करने पहुंचे।
जगन्नाथपुर में नक्सली हरकत, फिर भी नहीं रुका मतदान
जगन्नाथपुर विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 224 पर नक्सलियों ने पेड़ काटकर सड़क पर गिरा दिया ताकि मतदान प्रभावित हो। मनोहरपुर के सोनापी और रवांगदा जैसे इलाकों में बम की खबरें और वोट बहिष्कार की अपील के बावजूद मतदाताओं ने नक्सलियों की धमकियों को नजरअंदाज किया।
नक्सलियों की अपील नाकाम, लोकतंत्र की जीत
मनोहरपुर विधानसभा क्षेत्र के सोनापी में नक्सलियों ने पेड़ों पर बैनर टांगकर मतदान का बहिष्कार करने की अपील की। प्रतिबंधित संगठन भाकपा माओवादी की इस हरकत का मकसद जनता को डराना था। लेकिन मतदाताओं ने अपने साहस और लोकतांत्रिक भावना का परिचय देते हुए भारी संख्या में मतदान किया। सभी बाधाओं के बावजूद झारखंड के सभी मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्ण माहौल में मतदान जारी है। नक्सलियों के षड्यंत्रों को धता बताते हुए जनता ने लोकतंत्र के महापर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
यह चुनाव न केवल राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह साबित करता है कि लोकतंत्र के प्रति जनता का विश्वास किसी भी चुनौती से डिगने वाला नहीं है। झारखंड के लोगों ने आज एक बार फिर यह दिखा दिया कि वे हर परिस्थिति में लोकतंत्र का साथ देंगे।