झारखंड में हाथियों की मनमानी लगातार बढ़ती ही जा रही है। अब प्रदेश के जामताड़ा जिले में एक हाथी ने तबाही मचाई है। झुंड से बिछड़ा जंगली हाथी जिले के मिहिजाम थाना क्षेत्र के गुआकोला-तालबेड़िया के इलाके में पहुंचा और वहां जमकर उत्पात मचाया। जंगली हाथी के रौद्र रूप से ग्रामीणों में दहशत फैल गई।हाथी ने एक घर को क्षतिग्रगस्त कर दिया। हाथी गांव में उस वक्त पहुंचा, जब लोग सो रहे थे।
गोवाकोला-तालबेड़िया गांव के ग्रामीणों के अनुसार, सुबह जब लोग अपने घरों में सोए हुए थे तब अचानक एक हाथी भटकता हुआ गांव में घुस गया। इस हाथी ने एक घर को क्षतिग्रस्त कर दिया।गांव में हाथी घुसने की सूचना मिलते ही अफरा-तफरी मच गई। चूंकि 14 अप्रेल की सुबह हाथी ने बैजनाथडीह गांव की एक महिला को घायल कर दिया था।उसी दिन तड़के सुबह चलना के समीप फुरकान अंसारी नामक एक मजदूर को हाथी ने कुचल दिया था। इसमें उसकी जान चली गई थी।
इसके अलावा फतेहपुर समेत कई इलाके में हाथी ने तांडव मचाया था।
तीन दिन पहले जामताड़ा के श्यामपुर में भी झुंड से बिछड़े एक जंगली हाथी को देखा गया था, जिसे ग्रामीणों खदेड़ा था। रविवार को तालबेड़िया और गुआकोला के बीच विचरण कर रहे हाथी को जब ग्रामीणों ने देखा, तो तत्काल वन विभाग को इसकी सूचना दी। ग्रामीणों द्वारा सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम गांव पहुंची और जंगली हाथी को गांव से भगाने की कोशिश कीगई।
वन विभाग की ओर से आम लोगों को भी जागरूक भी किया जा रहा है, ताकि वे हाथी से दूर रहें। फिलहाल झुंड से बिछड़ा हाथी गोवाकोला के जंगल में डेरा जमाए हुए है. वहीं, वन विभाग की टीम भी मौके पर है। दूसरी तरफ, ग्रामीणों में इसको लेकर दहशत का माहौल है।
दामोदर वैली मजदूर वास्तुहारा संधर्ष समिति के अध्यक्ष रोबिन मिर्धा ने वन विभाग को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि हाथी के जिले में प्रवेश होने के बाद विभाग जानमाल के नुकसान का इंतजार करती है। गनीमत है कि गजराज ने किसी प्रकार की जानमाल का नुकसान नहीं पहुंचाया और वह फिलहाल तालबेड़िया व गुआकोला के बीच एक पहाड़ी पर अपना डेरा जमा लिया है।गांव से गुजरने के क्रम में हाथी ने तालबेड़िया गांव की मंजूरी राय के घर का छप्पर तोड़ दिया। साथ ही बाड़ी में लगे बैगन के पौधे को भी रौंद डाला।