बलरामपुर: बलरामपुर जिले के राजपुर रेस्ट हाउस में भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि छत्तीसगढ़ अब अपराध का गढ़ बन चुका है। प्रदेश में निर्भयाकांड जैसी घटनाएं घट रही है कांग्रेस सरकार में रेत, कोल माफ़िया सक्रिय है। कांग्रेस सरकार माफियाओं को संरक्षण दे रही है।
कांग्रेस की भ्रष्ट्र भूपेश सरकार के कारण छत्तीसगढ़ महतारी एक बार फिर शर्मसार हुई, मै ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि इस दिन प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की डिप्टी सेक्रेटरी के दुर्ग स्थित आवास में आई टी विभाग ने 24 महिने में दूसरी बार रेड किया इसके साथ ही मुख्यमंत्री के करीबी सूर्यकांत तिवारी एवं उनके पार्टनर के साथ कुल 30 स्थानों में कार्यवाही की ये वही सूर्यकांत तिवारी है जो, जब हॉस्पिटल में एडमिट होते हैं तो मुख्यमंत्री अपने मंत्रिमंडल एवं विधायकों के साथ उनका हाल चाल जानने पहुंच जाते हैं। इस रेड में कुल 9.5 करोड़ अघोषित कैश एवं 4.5 करोड़ की ज्वेलरी बरामद हुई, साथ ही 200 करोड़ से अधिक के कलेक्शन के भी प्रमाण मिले हैं। यह रेड मुख्य रूप से प्रदेश में कोल ट्रांसपोर्ट से हो रही अवैध कमाई को भी प्रमाणित करती हैं।
इस जांच के दौरान 50 करोड़ की अचल संपत्ति के दस्तावेज भी आई टी विभाग को प्राप्त हुए हैं। विभाग का दावा है कि जांच के दौरान कर चोरी के कई पुख्ता दस्तावेज मिले हैं, साथ ही एकाउन्ट सीट्स और डिजीटल साक्ष्य भी प्राप्त हुए हैं। आयकर अधिकारियों के अनुसार जांच के दौरान सरकारी अधिकारियों को भी नकद भुगतान किए जाने के साक्ष्य मिले हैं जोकि बहुत गंभीर हैं, जिन्हें आई टी विभाग द्वारा गंभीरता से जांच किया जा रहा है और जरुरत पड़ने पर विभाग द्वारा उन्हें जल्द ही पूछताछ हेतु बुलाया जा सकता है। इस जांच में सूर्यकांत तिवारी द्वारा कोरबा की एक कोल वाशरी को खरीदने में 45 करोड़ के अघोषित कैश भुगतान का भी प्रमाण मिला है। अभी हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में भी कैश भुगतान के प्रमाण भी आई टी विभाग को मिले हैं। आई.टी. विभाग की कार्यवाही की प्रारंभिक जांच में जो प्रमाण मिले हैं वह प्रदेश में हो रही कई सौ करोड़ रूपए की अवैध उगाही को प्रमाणित करता है जिसकी जांच विभाग द्वारा की जा रही है।
इस पूरी कार्यवाही में दो लोग मुख्य केंद्र बिंदु रहे, एक सूर्यकांत तिवारी और दूसरी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की डिप्टी सेक्रेटरी यहां यह ध्यान देने वाली बात है कि दोनों ही भूपेश बघेल के लिए काम कर रहे है तो इसका मतलब इन दोनों को प्रदेश के मुखिया का संरक्षण है और इन्ही की शरण में दोनों प्रदेश को लुटने में लगे हुए हैं। यह सरकार पूरी तरह अपने 3.5 साल के कार्यकाल में ही भ्रटाचार के दलदल में फंस चुकी है, इस भ्रष्ट्र सरकार के कारण छत्तीसगढ़ महतारी का सर शर्म से झुक गया है। हमने भी 15 वर्षों तक सरकार चलाया और इनमे से 10 वर्षों तक कांग्रेस के शासन काल में सरकार चलाया और उस दौरान भी प्रदेश में कई आई.टी. के छापे भी पड़े लेकिन हमारी सरकार पर कभी आंच नहीं आई और इस कांग्रेस की सरकार से जुड़े लोगों के विरुद्ध दो बार आई.टी. विभाग ने कार्यवाही किया। यदि राज्य सरकार वर्ष 2020 में की गयी कार्यवाही से जुड़े लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करती तो आज ये नौबत नहीं आती जबकि आई.टी. विभाग द्वारा राज्य सरकार को वर्ष 2020 में दोषी अधिकारीयों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने के लिए पत्र भी भेजा गया लेकिन जब मुखिया का ही संरक्षण है तो कार्यवाही कौन करेगा। प्रदेश की जनता सब कुछ देख रही है वह 2023 में इसका हिसाब करेगी। प्रदेश की कांग्रेस सरकार भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने के लिये पुरजोर कोशिश कर रही है। यह सरकार पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त है, यह सरकार सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार खो चुकी है, इस जांच से यह साबित होता है कि इसमें मुख्यमंत्री पूरी तरह से संलिप्त हैं और नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री को तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
इस जांच के दौरान 50 करोड़ की अचल संपत्ति के दस्तावेज भी आई टी विभाग को प्राप्त हुये हैं। विभाग का दावा है कि जांच के दौरान कर चोरी के कई पुख्ता दस्तावेज मिले हैं, साथ ही एकाउन्ट सीट्स और डिजीटल साक्ष्य भी प्राप्त हुये हैं। आयकर अधिकारियों के अनुसार जांच के दौरान सरकारी अधिकारियों को भी नकद भुगतान किये जाने के साक्ष्य मिले हैं जोकि बहुत गंभीर हैं। मुख्य दोषी प्रदेश की कांग्रेस सरकार भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने के लिये पुरजोर कोशिश कर रही है। यह सरकार पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त है, यह सरकार सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार खो चुकी है, इस जांच से यह साबित होता है कि इसमें मुख्यमंत्री पूरी तरह से संलिप्त हैं और नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री को तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
प्रेसवार्ता के दौरान भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ जिला संयोजक प्रवीण अग्रवाल, भाजपा जिला उपाध्यक्ष मुन्नालाल चौधरी, जिला उपाध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, जिला मीडिया प्रभारी अनिल तिवारी, भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिला अध्यक्ष शिवनाथ जायसवाल, पूर्व जिला अध्यक्ष शिवनाथ यादव, मंडल अध्यक्ष अनिल दुबे, मनोज बंसल, राजेश यादव, राजेंद्र सिंह, धन्नजय गुप्ता , रामधनी रजक आदि मौजूद थे।