जम्मू, जेएनएन एजेंसी। पवित्र अमरनाथ गुफा के समीप आज दोपहर मूसलाधार वर्षा के कारण आसपास के जलाशयों और झरनों में पानी भरने से बाढ़ की स्थिति आ गई। मौके पर मौजूद सेना के जवानों, जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य सुरक्षाबलों ने गुफा के निचले इलाके में मौजूद 4000 के करीब श्रद्धालुओं को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाकर एक बहुत बड़ी त्रासदी को टाल दिया है। अभी भी गुफा के निचले इलाके में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। फिलहाल अभी तक अधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं की गई है। अन्य विवरण प्रतीक्षारत हैं।
यहां यह बता दें कि इससे पहले गत 8 जुलाई को श्री अमरनाथ की गुफा के समीप बादल फटा था। इसमें 15 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी और 41 से अधिक लापता हो गए थे। बादल फटने से गुफा के निचले इलाके में लगाए गए टेंट बाढ़ के तेज बहाव में बह गए थे। हालांकि सेना, पुलिस और अन्य सुरक्षाबलों ने तुरंत राहत अभियान चलाकर सैकड़ों मासूम जिंदगियों को बचा लिया था। अगले दिन एयरफोर्स ने भी मदद के लिए हाथ बढ़ाते हुए फंसे श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के साथ-साथ फिर से यात्रा मार्ग के निर्माण में प्रयोग में आने वाली मशीनरी को पहुंचाकर एक इतिहास रचा था।
तीन लाख की ओर बढ़ रहा श्रद्धालुओं का आंकड़ा
बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं में उत्साह बरकरार है। आज मंगलवार सुबह जम्मू से सुबह 2189 श्रद्धालुओं का जत्था पहलगाम व बालटाल के लिए रवाना हुआ। अभी तक बाबा अमरनाथ की यात्रा का आंकड़ा 2.50 लाख पार कर चुका है और जल्द ही इसी सप्ताह यह यात्रा का आंकड़ा तीन लाख के पार होने की उम्मीद है।