छत्तीसगढ़। कमाने-खाने के लिए अलग-अलग राज्यों में गए छत्तीसगढ़ के श्रमिकों की वापसी होने लगी है। संपर्कक्रांति एक्सप्रेस व जम्मूतवी एक्सप्रेस समेत समेत दिल्ली की ओर से आने वाली ट्रेनों में इन श्रमिकों की भीड़ नजर आ रही है। स्टेशन में ट्रेन आने के बाद ये यात्री समूह में नजर आ रहे हैं। पलायन से इनकी वापसी इसलिए हो रही है की कई श्रमिकों के पास खेत भी है। खेती- किसानी का सीजन जल्द शुरू होने वाला है। इसलिए वे लौट रहे हैं। बोआई व कटाई के बाद फिर से पलायन शुरू हो जाएगा। पलायन से लौटने वाले ज्यादातर दिल्ली, जम्मू व प्रयागराज की तरफ से आ रहे हैं। इसलिए ऐसे श्रमिकों की भीड़ इसी रूट की ट्रेनों में अधिक नजर आ रही है।
इन ट्रेनों में प्रमुख रूप से संपर्कक्रांति एक्सप्रेस, जम्मूतवी एक्सप्रेस, सारनाथ एक्सप्रेस आदि शामिल है। सारनाथ एक्सप्रेस नियमित है और अन्य दो ट्रेनें साप्ताहिक हैं। इसलिए जब ये ट्रेन बिलासपुर पहुंचती है। इनसे बड़ी संख्या में श्रमिक उतरते हैं। जोनल स्टेशन में भारी भरकम लगेज लिए इन श्रमिकों को देखा जा सकता है। उनके साथ स्वजन भी होते हैं।
पलायन करने वाले यह लोग परिवार के साथ जाते हैं। छत्तीसगढ़ में पलायन शुरू से बड़ी समस्या रही है। ऐसा नहीं है कि संबंधित विभाग को इनके बारे में जानकारी नहीं है। पर इनको रोक पाने में विभाग का भारी भरकम अमला असफल रहा है। इन ट्रेनों के अलावा बेतवा, कानपुर एक्सप्रेस भी श्रमिक बड़ी संख्या में पलायन करते हैं। हालांकि अभी इन ट्रेनों से श्रमिकों के लौटने की संख्या कम है। पर 10 जून तक इन ट्रेनों में भी भीड़ नजर आने लगेगी। रेलवे स्टेशन में उतरने के बाद श्रमिक सीधे गांव लौट जाते हैं। मालूम हो कि कोरोना संक्रमण की शुरुआत में ही लाखों श्रमिक देश के अलग-अलग राज्यों में फंस गए थे। जिन्हें सरकार ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाकर वापस लाई थी। बाद में जब स्थिति सामान्य हुई दोबारा पलायन का सिलसिला प्रारंभ हो गया, जो अब तक जारी है।

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