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बलरामपुर।बलरामपुर जिले के राजपुर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत धंधापुर गांव के आदिवासी मज़दूर एक साल से कूप कटाई मज़दूरी भुगतान के लिए दर-दर भटक रहे है। राजपुर-कुसमी उप मंडलाधिकारी ने मज़दूरों को आश्वासन दिया कि जल्द भुगतान कराया जाएगा।
एक ओर सरकार पिछले साल कोरोना वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए एवं प्रदेश के मजदूर भाई बहन की अर्थ व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए आए दिन नए – नए रोजगार के कार्य उपलब्ध करा कर जीवन स्तर को मजबूत बनाने हेतु प्रयास कर रही है किंतु उसी सरकार के अधिकारी -कर्मचारी सरकार की योजनाओं एवं गरीब मजदूरों का आर्थिक शोषण करने से बाज नही आ रहे हैं। यह मामला है वन विभाग के अंतर्गत कूप कटाई कार्य का वन उत्पादन के अंतर्गत धंधापुर गांव का है दर्जनों आदिवासी मज़दूर कूप कटाई का काम किया था मगर एक साल से एक भी मजदूर का उनकी मजदूरी का भुगतान नही हुआ है। सभी मजदूर आदिवासी है जिनके सामने अभी लॉक डाउन के बाद आर्थिक स्थिति ख़राब गई है और वे कूप कटाई का कार्य करने के बाद पैसों के लिए मोहताज हैं। मजदूरों ने बताया कि पिछले साल कूप कटाई के कार्य में लगे थे आज तक भुगतान नही हुआ है। अभी खेती किसानी का काम चल रहा है जहां हम सबको पैसों की सख्त आवश्यकता है किन्तु भुगतान नही हो पा रहा है। मजदूरों की समस्या को सुनने के बाद नव नियुक्त एसडीओ अशोक तिवारी व प्रभारी रेंजर महाजन साहू ने मज़दूरों को आश्वासन दिया कि वन उत्पादन से बात कर सभी मज़दूर का जल्द भुगतान कराया जाएगा।