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नई दिल्ली, पीटीआइ एजेंसी। देशभर के बिजली कर्मचारी आगामी 28 और 29 मार्च को हड़ताल करने वाले हैं। दो दिवसीय ट्रेड यूनियनों की देशव्यापी हड़ताल से पहले बिजली मंत्रालय हाई अलर्ट हो गया है। मंत्रालय ने रविवार को सभी राज्य-संचालित उपयोगिताओं और अन्य एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रहने और चौबीसों घंटे बिजली की आपूर्ति और राष्ट्रीय ग्रिड की स्थिरता सुनिश्चित करने की सलाह दी है। बता दें कि विभिन्न क्षेत्रों के श्रमिकों को प्रभावित करने वाली केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के एक संयुक्त मंच ने 28 और 29 मार्च को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है।
बैंकिंग सेक्टर भी हड़ताल में हो रहा है शामिल
हड़ताल को लेकर संयुक्त मंच ने एक बयान में कहा कि एस्मा (Essential Services Maintenance Act) के हरियाणा और चंडीगढ़ में लागू होने की आशंका के बावजूद रोडवेज, परिवहन और बिजली विभागों के कर्मचारियों ने हड़ताल में शामिल होने का फैसला किया है। साथ ही कहा कि बैंकिंग और बीमा सहित वित्तीय क्षेत्र भी हड़ताल में शामिल हो रहे हैं।
सभी को जारी की गई एडवाइजरी
बिजली मंत्रालय द्वारा जारी एक एडवाइजरी में कहा गया है कि सेंटर आफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स (CITU) ने 28 मार्च को सुबह छह बजे से 30 मार्च, 2022 को शाम छह बजे तक देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। सभी राज्यों, सीपीएसयू (सेंट्रल पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स), सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथारिटी, नेशनल लोड डिस्पैच सेंटर और रीजनल लोड डिस्पैच सेंटर को एडवाइजरी जारी की गई है।
बिजली मंत्रालय ने कहा सभी अधिकारी रहें सतर्क
इसमें कहा गया है कि सभी बिजली उपयोगिताओं को बिजली ग्रिड के चौबीसों घंटे कामकाज और सभी संयंत्रों, ट्रांसमिशन लाइनों और सबस्टेशनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक उपाय करना चाहिए। मंत्रालय ने कहा कि हड़ताल के दौरान सभी क्षेत्रीय और राज्य नियंत्रण कक्ष के अधिकारी सतर्क रहें और हाई अलर्ट पर रहें। साथ ही मंत्रालय ने सुरक्षित और विश्वसनीय ग्रिड संचालन सुनिश्चित करने के लिए उपाय करने का भी सुझाव दिया है।