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लखनऊ, एजेंसी। उत्तर प्रदेश में पिछले चार विधानसभा चुनावों में यह पहला मौका है कि जब कांग्रेस पार्टी लगभग सभी सीटों पर अपने बलबूते चुनाव लड़ रही है। लिहाजा लंबे अरसे बाद कांग्रेस के दमखम की परख होगी। पार्टी ने 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देने का जो नया प्रयोग किया है, अठारहवीं विधानसभा के चुनाव में उसकी परख भी होगी।कांग्रेस ने इस बार विधानसभा की 403 में से 402 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए हैं। पार्टी ने इटावा की जसवंतनगर सीट पर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल सिंह यादव के खिलाफ प्रत्याशी नहीं घोषित किया है। वहीं मैनपुरी की करहल सीट से कांग्रेस प्रत्याशी घोषित की गईं ज्ञानवती यादव ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के इस सीट से उतरने के बाद नामांकन नहीं किया। इनके अलावा कांग्रेस पार्टी की दो महिला प्रत्याशियों के नामांकन खारिज किये जा चुके हैं। इस तरह कांग्रेस पार्टी 399 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इससे पहले कांग्रेस 2002 के विधान सभा चुनाव में 402 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और उसने 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
वहीं 2007 में बेनी प्रसाद वर्मा, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और इंडियन जस्टिस पार्टी के साथ हुए समझौते के तहत कांग्रेस ने 393 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में कांग्रेस को 22 सीटों पर विजय हासिल हुई थी। 2012 में राष्ट्रीय लोक दल के साथ हुए गठबंधन के तहत कांग्रेस 355 सीटों पर मैदान में उतरी थी जबकि 49 सीटें रालोद के कोटे में गई थीं। तब कांग्रेस की झोली में 28 सीटें गई थीं और रालोद ने नौ सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं 2017 के विधान सभा चुनाव में कांग्रेस ने सपा के साथ गठबंधन किया था। गठबंधन के तहत कांग्रेस 114 सीटों पर लड़ी थी और विधान सभा चुनावों में सबसे लचर प्रदर्शन करते हुए महज सात सीटों पर सिमट गई थी।
वर्ष : सीट लड़े : सीट जीते : वोट प्रतिशतवर्ष 2002 : 402 : 25 : 8.96वर्ष 2007 : 393 : 22 : 8.61वर्ष 2012 : 355 : 28 : 11.65वर्ष 2017 : 114 : 07 : 6.25कांग्रेस ने महिलाओं से निभाया वादा : कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में महिलाओं को 40 प्रतिशत टिकट देने का वादा निभाया है। वहीं, कांग्रेस ने 22.3 प्रतिशत टिकट अनुसूचित जाति/जनजाति के लोगों को दिए हैं। पार्टी ने इन वर्गों के 89 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। प्रदेश में विधानसभा की 84 सीटें अनुसूचित जाति और दो अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। टिकट वितरण में अन्य पिछड़ा वर्ग की 21.8 प्रतिशत हिस्सेदारी है। ब्राह्मणों को पार्टी की ओर से 18.8 प्रतिशत टिकट दिए गए हैं। टिकटों में मुस्लिमों की भागीदारी भी 18.8 प्रतिशत है।जौनपुर सीट पर कांग्रेस ने प्रत्याशी बदला : कांग्रेस पार्टी ने जौनपुर विधान सभा क्षेत्र के लिए घोषित प्रत्याशी को बदलते हुए अब पूर्व विधायक नदीम जावेद को प्रत्याशी घोषित किया है। इस सीट पर पार्टी ने पहले जिलाध्यक्ष फैसल तबरेज हसन को प्रत्याशी घोषित किया था। पार्टी ने अब इस सीट पर 2012 में विधायक चुने गए नदीम जावेद को प्रत्याशी बनाया है।