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रायपुर। यूपी चुनाव में कांग्रेस छत्तीसगढ़ माडल को पेश कर रही है। वहीं दूसरी ओर भाजपा प्रदेश में धान खरीदी की अव्यवस्था को चुनावी मुद्दा बनाने की तैयारी में है। इसके लिए खरीदी केंद्रों की फोटो और वीडियो ट्वीट के जरिये वह उत्तर प्रदेश में सीएम भूपेश बघेल के दावों की पोल खोलने की तैयारी में है।प्रदेश के धान खरीदी केंद्रों में किसानों को धान बेचने में आ रही दिक्कतों, धान बेचने के लिए टोकन लेने लगी लंबी लाइन, किसानों की भगदड़ आदि का भाजपा ने वीडियो तैयार किया है। इसे वह उत्तर प्रदेश भाजपा को टैग करके इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर रही है। पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह से लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक तक इन वीडियो के माध्यम से राज्य सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उत्तर प्रदेश चुनाव प्रचार के दौरान धान खरीदी और धान के दाम को लेकर केंद्र सरकार और योगी सरकार पर हमलावर हुए हैं। इसकी काट के रूप में इन वीडियो और फोटो को पोस्ट किया जा रहा है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने ट्वीट किया- छत्तीसगढ़ में एक दिसंबर को तथाकथित रूप से धान खरीदी शुरू हो चुकी है। किसानों की दुर्दशा और अव्यवस्था का विहंगम दृश्य। यह दृश्य शायद उत्तर प्रदेश चुनाव में काम आएगा, क्योंकि ये विकास का छत्तीसगढ़ माडल है। चंद्राकर ने टोकन के लिए लगी कतार की एक तस्वीर पोस्ट की है। इसमें अपना नंबर तय करने के लिए किसान सड़क पर अपना सामान रखे हुए हैं।
किसान विरोधी साबित हो रही भूपेश सरकार : विष्णुदेव साय
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उत्तर प्रदेश के किसानों के नाम पर घटिया राजनीति तो खूब कर रहे हैं। वहां जाकर सियासी लफ्फाजियां कर रहे हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ के किसानों के प्रति उनमें रत्तीभर भी संवेदना नहीं है। कीट-प्रकोप, बीमारियों और बेमौसम बारिश की मार से धान के उत्पादन में गिरावट आई है। किसान जैसे-तैसे अपनी फसल बचाकर खरीदी केंद्रों में समर्थन मूल्य पर धान बेचने पहुंच रहे हैं, तो वहां धान में नमी और धान के लाल होने की बात करके रिजेक्ट कर दिया जा रहा है। किसानों का धान रिजेक्ट कर कांग्रेस सरकार ने फिर साबित किया है कि वह किसान विरोधी है।