प्रभारी प्राचार्य बीके गर्ग पर तत्काल कार्रवाई नही हुआ तो अनिश्चित कालीन आंदोलन करने को दी चेतावनी
बलरामपुर।छत्तीसगढ़ बलरामपुर जिले के राजपुर नवीन महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं प्रभारी प्राचार्य बीके गर्ग के अश्लील हरकतों से परेशान होकर 8 बिंदुओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री, उच्च शिक्षा सचिव , उच्च शिक्षा मंत्री, आयुक्त उच्च शिक्षा संचालनालय, अपर संचालक सरगुजा संभाग, कलेक्टर व एसडीएम को ज्ञापन सौंप कार्रवाई की मांग की है।
नवीन महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं ने ज्ञापन सौंप क्या आरोप लगाया है पढ़िए…
01. प्रभारी प्राचार्य डॉ. बीके गर्ग द्वारा सभी छात्र-छात्राओं के अध्ययन-अध्यापन में रुकावट पैदा की जा रही है। छात्र-छात्राएं अपना कोर्स कम्पलीट नहीं कर पा रहे हैं। किसी भी समय कक्षा में आकर अपना लेक्चर देने लगते हैं लेक्चर में अपनी राजनीतिक कथा सुनाई जाती है। जिसके कारण छात्र-छात्राएं अपनी मूल विषय की पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। प्राचार्य छात्राओं के वाशरूम में घुस जाते हैं।
02. छात्र-छात्राओं को प्रतिदिन की अपेक्षा कुछ-कुछ दिन में मीटिंग के बहाने 7-8 बजे रात तक कॉलेज में रोक कर रखा जाता है। कुछ बच्चों को भेज दिया जाता है कुछ छात्राओं को रोककर उन्हें घर तक 8-10 बजे बीच अपनी गाड़ी में बैठकार पहुंचाया जाता है। रविवार के दिन भी बुलाया जाता है। नहीं आने पर परीक्षा से वंचित करने एवं नाम काटने की धमकी दी जाती है। छात्र-छात्राएं प्रभारी प्राचार्य डॉ. बीके गर्ग से भयभीत व डरे हुए हैं। कभी भी किसी समय कोई अप्रिय घटना घट सकती है जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
03. प्रभारी प्राचार्य द्वारा छात्र-छात्राओं को रक्त दान के लिए दबाव बनाया जाता है। कॉलेज का मेन गेट पर ताला लगाकर चाभी अपने पास रखा जाता है। पूर्व में भी कई छात्र-छात्राओं का जबरदस्ती रक्तदान कराया गया है। जिस कारण सभी छात्र-छात्राएं भयभीत हैं। छात्रों की उपस्थिति दिन-प्रतिदिन कम होती जा रही है।
04. प्रभारी प्राचार्य द्वारा उनका साथ नहीं देने पर सभी प्रोफेसरों को ऊँचे आवाज में डाटना, अपमानित तथा समय-समय पर उनके कक्षाओं में जाकर उनके खिलाफ अपशब्द कहना उनकी आदत बन गई है। छात्र-छात्राएं प्रोफेसरों से अपनी पढ़ाई से संबंधित बात भी करते हैं तो प्रभारी प्राचार्य अपनी चेम्बर में बुलाकर डाँटते हैं एवं देर तक खड़ा रखते हैं।
05. प्राचार्य के द्वारा छात्र-छात्राओं को घर पर हुई पूजा-पाठ की रक्षा धागा, ताबिज या अन्य कोई भी चीज को हाथ या गले में पहनकर आने पर अपमानित करते हुए खोल कर फेंकने को कहा जाता है। जिसका विरोध करने पर कॉलेज से नाम काटकर भगाने की धमकी दी जाती है।
06. वाणिज्य संकाय में प्रोफेसर पीपी कुजूर के ट्रांसफर करा लेने के बाद से मुख्य विषय की कोई कक्षाएं नहीं लगी है। प्रभारी प्राचार्य पढ़ाने आते भी है तो इधर-उधर की बात करते हैं, जो दो-तीन घंटे तक लगातर चलती है। जिससे हम छात्र-छात्राएं अपने मूल पढ़ाई से वंचित हो जा रहे हैं तथा पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
07. प्रभारी प्राचार्य के द्वारा कक्षा में आकर यह कहा जाता है कि मेरी पहुंच शासन-प्रशासन तक है, मेरा कोई भी कुछ नहीं कर सकता है। अलग-अलग कॉलेज में जहां में पदस्थ रहा हूं वहां पर अनेक शिकायत मेरे खिलाफ की गई परन्तु मुझ पर किसी भी प्रकार कार्यवाही आज तक नहीं हुई।
08. प्रभारी प्राचार्य के द्वारा कुछ प्राइवेट छात्र-छात्राओं को खाली सीट पर रेगुलर एडमिशन करने का आश्वासन देकर कई महीनों तक बरगलाकर रखा गया। बाद में प्रवेश देने से मना करके वततमीजी करते हुए धक्का देकर बाहर निकाल दिया जाता है। कुछ अपने विश्वासपात्र विद्यार्थियों को प्राइवेट से रेगुलर एडमिशन किया गया है। जिससे सभी छात्र-छात्रओं में रोष है।
छात्र-छात्राओं ने कहा समस्त शिकायत पर प्रभारी प्राचार्य डॉ. बीके. गर्ग के खिलाफ जांच कमेटी बनाकर सत्यता की जांच की जाए। छात्र-छात्राओं से मौखिक रूप से पूछ-ताछ की जाए व कॉलेज के सभी प्रोफेसरों से भी पूछ-ताछ की जाए जिससे प्रभारी प्राचार्य डॉ. बीके गर्ग के गतिविधियों से अवगत हो सकें। यह भी कहा शिकायत पर गंभीरता से विचार नहीं किया जाता है तो सभी छात्र-छात्राएं अनिश्चित कालीन आन्दोलन करने के लिए बाध्य होंगे जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
एसडीएम शशि कुमार चौधरी ने कहा छात्र -छात्राओं ने प्रभारी प्राचार्य बीके गर्ग के ख़िलाफ़ उच्च शिक्षा सचिव के नाम पर ज्ञापन सौंपा है। लोकल स्तरीय जांच टीम गठित कर जांच कराई जाएगी उसके बाद कार्रवाई की जाएगी।
वर्ज़न के लिए प्रभारी प्राचार्य बीके गर्ग से मोबाइल पर कई बार संपर्क किया गया मगर उन्होंने ने मोबाइल रिसीव नहीं किया।