नई दिल्ली. कोरोना महामारी का प्रकोप पूरी दुनिया पर करीब दो सालों तक रहा. अब एक बार फिर कोविड वायरस अपने लक्षण चेंज कर रहा है. कोरोना वायरस जब फैला तो किसी को पता नहीं था कि इसका असर कितना खतरनाक हो सकता है. इस बीमारी के लक्षणों में स्मेल न आना, टेस्ट का गायब होना, बुखार और खांसी आना शामिल था. लेकिन समय के साथ इस बीमारी के लक्षण भी बदलने लगे. अब एक्सपर्ट्स का कहना है कि अब कोरोना के लक्षण एक बार फिर तेजी से बदल रहे हैं.

एक रिपोर्ट के मुताबिक यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सेटर मेडिकल स्कूल के सीनियर क्लीनिकल लेक्चरर का कहना है कि ‘कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट BA.4 और BA.5 अब नए वेरिएंट के साथ लौट रहा है. इसमें मरीजों को सांस की बीमारी हो सकती है. फिलहाल माना जा रहा है कि यह वेरिएंट इतना खतरनाक नहीं है. फेफड़ों में संक्रमण की बात सामने नहीं आई है. माना जा रहा है कि नया वेरिएंट बात करने से भी फैल सकता है.’


एक्सपर्ट्स का कहना है कि नए वेरिएंट में ब्लड क्लॉटिंग का भी खतरा है. पुराने वेरिएंट में संक्रमण से ठीक होने के कुछ महीने बाद रोगियों में दिल का दौरा और स्ट्रोक जैसे लक्षण देखने को मिले थे. अब आने वाले वक्त में ही पता चलेगा कि नए वेरिएंट में और किस तरह के लक्षण सामने आते हैं. मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर की वेबसाइट से मिले ताजा आंकड़ों के मुताबिक भारत में शुक्रवार को कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या 1946 थी. वहीं अब कोरोना संक्रमण की वजह से कुल 530728 लोगों की मौत हो चुकी है. वैक्सीनेशन की बात करें तो भारत में अब तक 2 अरब 20 करोड़ लोगों को कोरोना का टीका लग चुका है.

डब्ल्यूएचओ ने पूरी दुनिया में फिर से कोरोना वायरस संक्रमण की नई लहर आने का अंदेशा जताया है. कोरोना के नए वेरिएंट XBB.1.5 को अभी तक का सबसे ज्‍यादा संक्रामक रूप माना गया है. इसे ओमिक्रॉन का ही सब वेरिएंट (Omicron sub-variant XBB.1.5) बताया गया है, जो बेहद तेजी से खुद को म्यूटेट करने की क्षमता रखता है

INSACOG के अनुसार, अमेरिका में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी के लिए जिम्मेदार COVID-19 के XBB.1.5 वेरिएंट के मामलों की संख्या भारत में 26 हो गई है.

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