बलरामपुर.बलरामपुर जिले के राजपुर नगर पंचायत वार्ड क्रमांक 4 में संचालित पार्वती पब्लिक स्कूल के संचालक व शिक्षक स्कूल बंद कर 3  बजे अपने घर चले गए थे. छोटे छोटे नन्हे बच्चे स्कूल के बाहर सड़क पे अभिभावक के इंतजार में रो रहे थे. सीजीएमपी न्यूज़ में प्रमुखता के साथ ख़बर ” शिक्षा बना व्यापार, शिक्षक स्कूल बंद कर घर चले जा रहें हैं, बच्चें स्कूल के बाहर सड़क पे रो रहे हैं ” प्रकाशित होने के बाद कलेक्टर विजय दयाराम के. व एसडीएम शशि कुमार चौधरी ने संज्ञान में लेते हुए एसडीएम के द्वारा जनपद पंचायत सभाकक्ष में स्कूल के संचालक प्राचार्य, प्रधान पाठक, सर्व अशासकीय, अनुदान प्राप्त, मदरसा, प्राथमिक, माध्यमिक, हाई स्कू,ल हायर सेकेंडरी के संचालक, प्राचार्य, प्रधान पाठकों समीक्षा बैठक ली.

बैठक में विगत दिनों अशासकीय संस्था पार्वती पब्लिक स्कूल राजपुर में घटित घटना के संबंध में संबंधित संस्था के शिक्षिका से जानकारी ली गई. भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति किसी भी संस्था में न हो इसके लिए उपस्थित संस्था प्रमुखों को सख्त चेतावनी दी गई. साथ ही घटना की जाँच हेतु तहसीलदार राजपुर एवं सहायक विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी राजपुर की टीम गठित कर जॉच किए जाने व प्रतिवेदन प्रस्तुत करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. बैठक में उपस्थित सभी संस्था प्रमुखों से उनके संख्या में उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ली गई. सबको निर्देशित किया गया कि यदि किसी संस्था में मूलभूत सुविधा की कमी हो तो आगामी एक सप्ताह में उन कमियों को दूर कर लेवें. विकासखण्ड स्तर पर अधिकारियों को जिम्मेदारी देते हुए जाँच कराई जानी है. यदि जाँच के दौरान कमी पाई जाती है तो नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी. जिन संस्थाओं में विद्यार्थियों हेतु वाहन की सुविधा दी जा रही हैं उन वाहनों में मार्गवार शिक्षकों की जिम्मेदारी देते हुए विद्यार्थियों को सुरक्षित लाना ले जाना सुनिश्चित करेंगे. इस तरह के सभी वाहनों की जानकारी तैयार कर कार्यालय को उपलब्ध कराएंगे वाहन के फिटनेस, चालक के लाईसेंस के साथ- साथ सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार वाहनों में आवश्यक समस्त सुविधाएं उपलब्ध रहे इसकी जिम्मेदारी संस्था प्रमुख की होगी.

संस्था द्वारा निर्धारित फीस के आधार पर विद्यार्थियों को पूरी सुविधा उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया है. संस्था प्रमुखों को सुझाव दिया गया कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत प्रवेशित कुछ विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थियों को स्वेच्छानुसार वाहन की सुविधा निःशुल्क उपलब्ध कराएंगे. इस सुझाव पर संस्था प्रमुखों द्वारा बताया गया कि आर.टी.ई. के अंतर्गत अध्ययनरत विद्यार्थियों से शासन द्वारा प्राप्त ट्यूशन फीस, गणवेश की राशि पाठ्यपुस्तक के अतिरिक्त अन्य शुल्क जैसे शाला विकास शुल्क प्रवेश शुल्क इत्यादि नहीं लिया जाता है. साथ ही कई विद्यालियों में कुछ विद्यार्थियों को आर.टी.ई. के अतिरिक्त भी निःशुल्क अध्यापन कराया जाता है.

सेंट जेवियस स्कूल राजपुर में कुल 179 विद्यार्थी आर.टी.ई. के अंतर्गत अध्ययनरत हैं. इसके अलावा 125 अतिरिक्त बच्चों को निःशुल्क शिक्षा दी जा रही है. संस्था प्रमुख द्वारा बताया गया कि इनमें से 18 गरीब बच्चों को बस सेवा भी निःशुल्क दी जायेगी. राजीव गांधी आदर्श विद्यालय राजपुर के प्राचार्य द्वारा 05 अति जरूरतमंद बच्चों को पठन व लेखन सामग्री उपलब्ध कराने हेतु सहमति प्रदान की गई है. विद्या भारती पब्लिक स्कूल बरियों के प्रधान पाठक द्वारा बताया गया कि आर.टी.ई. के 07 बच्चे जो सखौली आरा एवं ककना ग्राम से आते है उन्हें निःशुल्क वाहन सुविधा दी जाएगी. ज्ञान दर्शन पब्लिक स्कूल रेवतपुर के प्रधान पाठक द्वारा जानकारी दी गई कि उनका संस्था पूर्व से ही 05 बच्चों को जो धंधापुर एवं खोखनियां ग्राम से आते हैं उन्हें पूर्व से ही निःशुल्क बस की सुविधा दी जा रही है.

उर्सुलाईन इंग्लिश मीडियम स्कूल जुगीमुडा कोदौरा में प्रवेशित कुल 58 आर.टी.ई. के बच्चों में से स्कूल से तोनी ग्राम तक 5 डुमरखोला तक 02, गोविंदपुर तक 04. भटोरा तक 03 कुल 14 बच्चों को निःशुल्क बस सुविधा दिए जाने हेतु सहमति दी गई.पंडित जगन्नाथ आदर्श विद्यालय खुखरी के द्वारा 03 बच्चों को विगत 05 वर्षों से निःशुल्क शिक्षा दी जा रही है. संस्कार विद्या मंदिर कुन्दीकला से 04 बच्चों को निःशुल्क वाहन सुविधा उपलब्ध कराने की सहमति दी गई. सभी संस्था प्रमुख / संचालकों द्वारा जिन भवनों में शाला / छात्रावास का संचालन कर रहे हैं उस भूमि का डायवर्सन अनिवार्य रूप से करा लें डायवर्सन हेतु भूमि संबंधि आवश्यक दस्तावेज के साथ आवेदन पत्र अनुविभागीय अधिकारी राजस्व राजपुर के कार्यालय में यथाशीघ्र जमा करने का निर्देशित दिया गया. कोई भी शैक्षणिक संस्था छात्रों अथवा पालकों को पाठ्य पुस्तक, गणवेश अथवा अन्य किसी भी सामग्री की खरीदी हेतु किसी व्यक्ति विशेष या चिन्हांकित दूकान से क्रय करने के लिये किसी भी प्रकार का दबाव नहीं डालेंगे. सभी पात्र छात्र / छात्राओं का जाति प्रमाण पत्र हेतु फार्म भरवा कर विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय राजपुर में फार्म जमा करने हेतु निर्देशित किया गया. इसके लिए सभी संस्था 01 नोडल शिक्षक नामांकित करते हुए एक स्थायी पंजी का संधारण किए जाने हेतु निर्देशित किया गया. अन्य विभागीय योजनाओं की समीक्षा के साथ-साथ शाला में अध्ययनरत एवं आश्रम छात्रावास में निवासरत समस्त बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण नियमित कराते रहने व स्वच्छता के प्रति जागरूक करने हेतु निर्देशित किया गया.

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