अम्बिकापुर। जिले के गोठनों को मल्टी एक्टीविटी सेन्टर के रूप में विकसित करने से अब स्व सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार के लिए भटकना नहीं पड़ रहा है। गोठन महिला समूहों के लिए नए-नए रोजगार के द्वार खोल रहे हैं। इससे गोठन में साल भर महिलाओं को आयमूलक रोजगार उपलब्ध हो रहा है।
अम्बिकापुर जनपद के आदर्श गोठान सोहगा में आयस्टर मशरूम उत्पादन ईकाई शुरू की गई है। समूह की महिलाएं स्वयं मशरूम बैग तैयार कर रही है। सोहगा गोठान में मुर्गी पालन हेतु थ्री टियर केज भी है जिसमे 250 लेयर बर्ड हैं। यहां उत्पादित अंडों को आंगनबाड़ी केंद्रों को आपूर्ति की जा रही है। अंडा विक्रय से महिलाओं को अच्छी आय प्राप्त हो रही है। मल्चिंग विधि से करेला, लौकी की खेती भी की गई है। जिमीकंद एवं शकरकंद की खेती से भी महिलाओं को आय प्राप्त हुई। इसके साथ ही गोबर खरीदी एवं वर्मी कम्पोस्ट निर्माण सतत रूप से जारी है। यहां ह्यूमिक एसिड निर्माण ईकाई भी बनाया जा रहा है।उल्लेखनीय है कि जिले में 14 गोठानां को आदर्श गोठान के रूप में विकसित की जा रही है। इन गोठानों को मल्टी एक्टिविटी सेंटर के रूप में विकसित की जा रही है ताकि यहाँ पूरे साल भर आय मुल्क गतिविधियों संचालित होती रहे और समूह की महिलाएं गोठान से जुड़े रहे। गोठान में साल भर आयमूलक गतिविधियां संचालित रहने से महिलाओं की रोजगार मिलेगा और उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी।